वाराणसी में देव दीपावली बहुत भव्य तरीके से मनाई जाएगी। काशी के 84 घाट करीब 15 लाख दीये से जगमग होंगे। इस बार देव दीपावली पर वाराणसी भगवान राम की नगरी अयोध्या की तरह भव्य सजेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल के आने की भी संभावना जताई जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस वर्ष देव दीपावली पर ना भूतो ना भविष्यति स्तर का ग्रैंड शो का आयोजन किया जाएगा। साथ ही गंगा नदी में पानी की लहरों पर लेजर शो एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से काशी की महिमा, शिव की महिमा एवं गंगा अवतरण आदि का भव्य प्रदर्शन होगा। बनारस के घाटों पर देव दिवाली हर साल बड़े पैमाने पर मनाई जाती है और दुनिया भर से लोग इसे देखने आते हैं।
बनारस में देव दीपावली पर पिछले साल की तुलना में दीयों की संख्या ज्यादा होगी और गंगा घाट जगमग रोशन होंगे। गंगा पार रामनगर में भी दीपदान के साथ आयोजन हो सकते हैं। साथ ही ये भी आशंका है कि मुख्यमंत्री एक दिन पहले बनारस का दौरा कर देव दीपावली की तैयारियों की समीक्षा करें। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है।
शासन ने सोमवार को देव-दीपावली को और सुंदर व आकर्षक बनाने का निर्देश दिया है। सरकार की मंशा है कि विगत सालों से इस बार और यादगार आयोजन किया जाए। सरकार ने देव-दीपावली की प्रस्तावित कार्ययोजना भी मांगी है। आदेश मिलने के बाद से जिला प्रशासन ने मंथन शुरू कर दिया है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सरकार की इच्छा है कि अयोध्या जैसा भव्य आयोजन काशी की देव-दीपावली में हो, इसको लेकर सरकार ने विशेष तैयारी करने का निर्देश दिया है। इसको देखते हुए वीवीआईपी, वीआईपी के आने वालों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है।