इस्लामाबाद। सार्क सम्मेलन गुरुवार को ‘बहस’ का मैदान बन गया। यहां भारतीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का गुस्सा देखने लायक रहा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सार्क देशों के सामने आतंकवाद की पोल खाेली, तो पाकिस्तान परेशान हो गया। हालात को संभालने के लिए देशी और विदेशी मीडिया पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई। राजनाथ ने इस सम्मेलन में रखे गए लंच में भी हिस्सा नहीं लिया और पाकिस्तान को उसी की धरती पर खूब सुनाया।
राजनाथ सिंह का गुस्सा
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खुलेआम आतंकियों को लम्बे समय से पनाह दे रहा है। सिंह ने कहा, आतंकवाद अच्छा या बुरा नहीं होता। इसे कोई रंग नहीं दिया जा सकता है।
आतंकी बुरहान वानी को शहीद बताने पर उन्होंने पाकिस्तान से पूछा कि आतंकवाद का महिमामंडन कैसे किया जा सकता है। राजानाथ सिंह ने अफगानिस्तान और बांग्लादेश में भी आतंकी हमलों का जिक्र किया।
यहां अफगानिस्तान के विदेशमंत्री ने भी आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा। राजनाथ सिंह का गुस्सा जब उफान पर था, तभी भारतीय अधिकारी भी पाकिस्तानी अधिकारियों पर भड़क गए। दरअसल, भारतीय मीडिया को कवरेज से रोका जा रहा था। इस बात पर एक भारतीय अधिकारी की पाकिस्तानी अधिकारी से बहस हो गई।
वैसे राजनाथ सिंह का गुस्सा सिर्फ सम्मेलन में नहीं दिखा। राजनाथ ने सम्मेलन के दौरान पाक पीएम नवाज शरीफ से भी मुलाकात की। यह मुलाकात भी देखने लायक थी। दोनों ही मंत्रियों ने हाथ तो मिलाए लेकिन दोनों के हाथ बस एक-दूसरे से छुए भर थे। सार्क में जब गृहमंत्री राजनाथ सिंह का अपने पाकिस्तानी समकक्ष चौधरी निसार अली खान से मिले तो वहां भी ऐसी ही दूरियां दिखीं। जब सिंह सेरेना होटल में आयोजित सम्मेलन में पहुंचे तो खान वहां पदाधिकारियों का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर ही खड़े थे।
एक अधिकारी ने कहा, ‘यह सामान्य शिष्टाचार भेंट थी।’ प्रतिनिधिमंडल तकरीबन 20 मिनट तक शरीफ के साथ रहा।