Coronavirus. गुजरात में कोरोना वायरस के सात मामले सामने आए हैं। अहमदाबाद में सबसे ज्यादा तीन, वडोदरा में दो और सूरत तथा राजकोट में एक-एक मामले शामिल है। गुजरात सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई एतिहासिक कदम उठाए हैं। इन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में निर्मित आयसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
राज्य की स्वास्थ्य सचिव डॉ. जयंती रवि ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस की जांच के लिए कुल 150 सैंपल लिए हैं, इनमें से सात पॉजिटिव, 123 नेगेटिव शेष 22 की रिपोर्ट बाकी है।
उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाए जाने वाले ये सभी पांच मामलों में अहमदाबाद से तीन, वडोदरा से दो, सूरत से एक तथा राजकोट से एक-एक शामिल है। ये सभी विदेश से भारत आए भारतीय नागरिक हैं। इन्हें अस्पतालों के आयसोलेशन वार्ड में रखा गया है, जहां सभी की स्थिति स्टेबल है। इन्हें 14 दिनों के लिए यहीं आयसोलेशन वार्ड में ही रखा जाएगा।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए विविध कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में कोरोना वायरस की दस्तक के मद्देनजर जिम्नेशियम, वाटरपार्क, पार्टी प्लाट, मैरेज हॉल और क्लब बंद कर दिए गए हैं। राज्य सरकार ने इन्हें 31 मार्च तक बंद किया है। राज्य सरकार ने मंदिरों एवं पर्यटन स्थलों को भी बंद करने की घोषणा की है।
उन्होंने बताया कि राजकोट का व्यक्ति सउदी अरब से मुंबई और वहां से राजकोट आया था। सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत पर उसे पीडीयू मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। ब्लड सैंपल की रिपोर्ट से ज्ञात हुआ कि वह कोरोना से संक्रमित है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके संपर्क वाले 15 व्यक्तियों को भी कोरोन्टाइन किया है।
वहीं, सूरत की 21 वर्षीय युवती मुंबई होकर सूरत आई। उसने 16 मार्च को सर्दी, बुखार और खांसी की शिकायत की। उसके ब्लड की जांच अहमदाबाद बीजे मेडिकल कॉलेज में हुई, जहां कोरोना पॉजिटिव होने पर उसके संपर्क वाले नौ व्यक्तियों को भी कोरोन्टाइन किया गया। सूरत और राजकोट में कोरोना पॉजिटिव केस होने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। कुल 40 टीमें कार्यरत हैं।
राज्य में कोरोना वायरस की दस्तक के मद्देनजर सरकार ने वडोदरा, सूरत, और राजकोट में भी लेबोरेटरी शुरू करने का निर्णय लिया हैं। अहमदाबाद और जामनगर में पहले से ही यह सुविधा उपलब्ध हैं। इससे पूर्व संदिग्ध मरीज के ब्लड की जांच के लिए सेंपल को पूना भेजना पड़ता था।
राज्य में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों के मद्देनजर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा के साथ ही आगामी निर्णयों पर विचार-विमर्श किया गया।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के किडनी व डेंटल अस्पताल में केवल इमरजेंसी सेवा
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सतर्कता के तहत भी कई कदम उठाए गए हैं। अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल परिसर में स्थित डेंटल और किडनी अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं बंद कर दी गई हैं। यहां केवल आपातकालीन सेवाएं ही उपलब्ध हैं। कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
किडनी इंस्टीट्यूट के डॉयरेक्टर डॉ.विनीत मिश्रा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एमरजेंसी के अलावा अन्य केस नहीं लिया जाएगा। किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट का कार्य भी 28 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों केे संक्रमण से बचाने के लिए स्क्रीनिंग भी किया जा रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण पर उन्हें सिविल अस्पताल में रेफर किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा भी है। यहां दूसरी मंजिल पर छह बिस्तरों वाला आयसोलेशन आईसीयू वार्ड बनाया गया है।
अहमदाबाद में सभी पान-गुटखा की दुकानें बंद
अहमदाबाद महानगर पालिका ने सभी पान- गुटखा की दुकानों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दे दिया है। मनपा आयुक्त विजय नेहरा ने बताया कि अहमदाबाद में सभी भीड़-भाड़ वाले इलाकों पर धारा 144 लागू कर दी गई है। सभी बाजारों को बंद करने के निर्देश दे दिए हैं। घर में रहने वाले परिवारों को जरूरी आवश्यक वस्तुएं मनपा के कर्माचारी द्वारा मुफ्त पहुंचाई जाएगी।
मनपा आयुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले, इसलिए शहर के सभी पान पार्लरों को 20 से 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। केवल किराना स्टोर चालू रहेंगे, लेकिन उसमें पान-गुटखा नहीं मिलेंगे। मनपा आयुक्त ने कहा कि अगर कोई भी परिवार घर में ही रहेगा तो उसके लिए महानगरपालिका के कर्मचारी जीवन जरुरी चीजवस्तुएं घर में ही मुफ्त में पहुंचाएंगे।
अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे यात्रियों की स्क्रीनिंग, रेल टिकट पर मिलने वाला कन्सेशन भी रद
देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए रेलवे ने भी ऐतिहात के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं। यहां अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर भी सावधानी के विशेष इंतजात किए गए हैं। यहां शुक्रवार से 24 घंटे के लिए ‘थर्मल स्क्रीनिंग गन’ द्वारा यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है। संदिग्ध लक्षण वाले यात्रियों की जानकारी रेलवे प्रशासन को देने के बाद उनका मेडिकल चेकअप करवाया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने 20 मार्च से टिकट में मिलने वाली छूट भी रद कर दी है। हालांकि दिव्यांगो, छात्रों और मरीजों को मिलने वाली छूट यथावत रखी गई है। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर गत पांच दिनों में टिकट की बुकिंग में 70 प्रतिशत की कमी आई है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए विभागों द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। रेल प्रशासन ने भी कई कदम उठाए हैं। इसके तहत अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग गन द्वारा तापमान की जांच शुरू कर दी गई है। इसके लिए प्लेटफार्म नंबर एक पर हेल्थ डेस्क शुरू कर दिया गया है। डिस्पलेकार्ड व एनाडसमेंट कार्ड द्वारा यात्रियों को जानकारी दी जाएगी।
अहमदाबाद रेलवे मंडल के जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 200 रेलगाड़ियां गुजरती है। कोरोना वायरस के मद्देनजर सावधानी जरूरी हैं। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात कर दी गई है। यह टीम शर्दी, बुखार वाले यात्रियों को हेल्थ डेस्क तक ले जाएगी। यहां उन्हें आवश्यक निर्देश दिए जाएगे।
शर्मा ने बताया कि आज 10 और रेलगाड़ियां रद कर दी गई हैं। गत तीन दिनों में पश्चिम रेलवे की कुल 26 रेलगाड़ियां रद कर दी गई हैं। आईआरसीटीसी द्वारा संचालित अहमदाबाद-मुंबई सेंट्रल तेजस ट्रेन आज 20 मार्च से 31 मार्च तक रद रहेगी। इसके अतिरिक्त वाराणसी-इंदौर और इंदौर-उदयपुर सहित 10 रेलगाड़ियां रद कर दी गई हैं। वहीं, रेलवे प्लेटफार्म का टिकट दर 50 रुपये हो जाने पर अहमदाबाद सहित प्लेटफार्म सुनसान पड़े हुए हैं।
शुक्रवार को भी रेलवे स्टेशनों का यही वातावरण हैं। लोगों की भीड़ कम करने के लिए रेलवे द्वारा दिया जाने वाला 75 प्रकार की रियायत रद कर दी गई है। गत वर्ष मार्च की तुलना में इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण बुकिंग में 70 प्रतिशत की कमी आई है। गत वर्ष 18 मार्च को 40,049 टिकटों की बुकिंग हुई थी। इसकी तुलना में इस बार केवल 7167 टिकट की बुकिंग हुई है।