गुजरात के आदिवासी कल्याण मंत्री गणपत वसावा को रविवार को नर्मदा जिले के राजपीपला शहर में कुछ आदिवासी लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी. मंत्री के आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन के कार्यक्रम स्थल से निकलते ही समुदाय के लोगों ने उनके काफिले पर पथराव किया. राजपीपला के पुलिस उपाधीक्षक राजेश परमार ने बताया कि घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ और ना ही मंत्री के कार पर पत्थर लगी.
उन्होंने बताया, ‘‘कुछ लोग अचानक नाराज हो गए और मंत्री के वाहन पर पथराव किया. हालांकि पुलिस तत्काल हरकत में आई और काफिले को सुरक्षित बाहर निकाला. घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ. पत्थर कार को नहीं लगी.’’ वसावा आदिवासी एकता परिषद की ओर से आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए राजपीपाला गए हुए थे.
घटनाक्रम के बारे में आदिवासी एकता परिषद के एस बी वसावा ने बताया, ‘‘गणपत वसावा को जैसे ही मंच पर बुलाया गया, कुछ अतिथियों ने गिर के कुछ खानाबदोश जनजातियों को राबड़ी और चारन आदिवासी घोषित किये जाने को लेकर उनके और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.’’ उन्होंने बताया, ‘‘लगातार बाधा के कारण मंत्री जल्दी से वहां से निकल गए. इसके बाद कुछ लोगों ने कार्यक्रम स्थल से बाहर उनके काफिले पर पथराव किया.’’