इजराइल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने रविवार को गाजा पट्टी पर जवावी कार्रवाई करते हुए कई रॉकेट दागे। द जेरूसलम पोस्ट के हवाले से आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि यह दक्षिण इजराइल पर हुए हमले के जवाब में किए गए हैं। इस हमले में इजराइली सेना ने यहां सक्रिय आतंकवादी संगठन के केंद्रों को निशाना बनाया।इसके साथ आइडीएफ ने कहा उसने आतंकवादियों के अन्य हमलों की साजिश को भी नाकाम कर दिया है।
आइडीएफ ने कहा, आतंकी गतिविधियों के लिए हमास जिम्मेदार
आईडीएफ ने एक ट्वीट में कहा कि रविवार की शाम को गाजा से रॉकेट दागे जाने के जवाब में हमारे लड़ाकू विमानों ने सबट्रैनियन में हमास के आतंकी सुविधाओं पर हमला किया। उन्होंने कहा कि हम गाजा से निकलने वाली सभी आतंकी गतिविधियों के लिए हमास को जिम्मेदार मानते हैं। आइडीएफ ने अन्य ट्वीट में कहा कि उसने आतंकवादियों द्वारा इजरायल और सीरिया के बीच सुरक्षा बाड़ के पास विस्फोटक रखने के प्रयास को भी विफल कर दिया है।
आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम से किया प्रहार
उन्होंने कहा कि दक्षिणी इजराइल में गाजा पट्टी की ओर से दागे गए रॉकेट के प्रतिशोध में ये हमले किए गए हैं। इजराइल सेना ने इस हमले में आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया है। इसमें आतंकवादियों के भूमिगत ठिकानों के अलावा सुरंगों के निर्माण के लिए उपयोग में लाए जाए कंक्रीट उत्पादन केंद्रों को भी निशाना बनाया है। इसका उपयोग आतंकवादी सुरंग बनाने में इस्तेमाल करते हैं। सेना का दावा है कि इस हमले में आतंकवादियों को भारी क्षति हुई है।
27 जून को भी दक्षिण इजराइल पर हुआ था हमला
27 जून को भी गाजा पट्टी से फलस्तीनी उग्रवादियों ने दक्षिण इजराइल में दो रॉकेट दागे थे। इन हमलों ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को भंग कर दिया है। इस हमले के जवाब में इजराइल के विमानों ने गाजा में काबिज इस्लामिक समूह हमास के दो सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। हालांकि, रॉकेट हमले की जिम्मेदारी किसी फलस्तीनी उग्रवादी समूह ने नहीं ली थी। इस साल गाजा-इजराइल के बीच आमतौर पर शांति रही। कोरोना वायरस का खतरा भी इसकी एक वजह है।