हिन्दू धर्म ग्रंथो और शास्त्रों में महिलाओं के लिए काफी नियम लागू किए गए हैं तो साथ में पुरुषों के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं । यहाँ तक ये भी बताया गया हैं कि पुरुषों को किन महिलाओं के साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए ।अगर कोई इस नियमों को ध्यान में नहीं रखेगा और इन का पालन नहीं करेगा तो शास्त्रों के मुताबिक वो इंसान महापापी हैं और उसे अपनी जिंदगी में काफी कठोर परिणाम भुगतने पड़ते है। तो आइए जानते है की किन महिलाओ से संबंध बनाने से पाप लगता है।
अविवाहित स्त्री : किसी भी पुरुष को अविवाहित लड़की के साथ सम्बन्ध नहीं बननाने चाहिए अगर कोई ऐसा करता है तो उसे उसी लड़की के साथ शादी भी करनी चाहिए
विधवा स्त्री : एक पुरुष को कभी भी विधवा स्त्री के पास नहीं जाना चाहिए और ना ही उसके साथ संबंध बनान चाहिए ।अगर वो उस स्त्री के साथ शादी रचा ले तब वह ये सब कर सकता है।
ब्रह्मचर्य का पालन कर रही स्त्री : कभी भूलकर भी ऐसी स्त्री जो कठोर तपस्या में लीन हो या पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन कर रही हो, उस उसके मार्ग से हटाना नहीं चाहिए। ऐसी स्त्री के साथ शारीरिक संबंध बनाने से ना केवल उसकी तपस्या भंग होती है, साथ ही पुरुष के सिर पर भी महापाप का भार आ जाता है।
अपने दोस्त की पत्नी : अपने दोस्त की बीवी को गलत नजरो से देखना या दोस्त के पीठ पीछे उसकी पत्नी के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनता है तो ये पाप हैं ।दोस्त की पत्नी को सम्मान की नजरो से देखन चाहिए।
अपने ही दुश्मन की पत्नी : शास्त्रों के अनुसार दुश्मन की पत्नी के साथ शारीरिक संबंध बनाना या उसके साथ किसी भी प्रकार का संपर्क तक साधना एक पाप है।इस तरह की स्त्री को नजर अंदाज करना ही सबसे बेहतर हैं क्योंकि ऐसी स्त्रियां काफी नुक्सान का कारण बनती हैं
अपने शिष्य की पत्नी : ओहदे में खुद से नीचे की या खुद के शिष्य की पत्नी के साथ कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। यह शास्त्रों में उल्लिखित महापापों में से एक महापाप माना जाता है।
स्वयं के परिवार की स्त्री ; अपने ही परिवार की किसी स्त्री के साथ शारीरिक संबंध बनाना शास्त्रों की दृष्टि से बेहद गलत है। इन स्त्रियों के साथ खून का रिश्ता होता है, इसलिए इनके साथ इस तरह का संबंध बनाना महापाप कहलाता है।