नई दिल्ली। जब हम सड़कों पर ड्राइव करते हैं, तो कई बार कुछ जानलेवा गड्ढों पर हमारी नजरें चूक जाती हैं। जिससे दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन अब एक ऐसा ऐप डिवेलप किया गया है जिसके जरिए पहले से ही आपको जानलेवा गड्ढों की जानकारी मिल जाएगी।
सड़कों पर गड्ढे की ऐसे देगा ये ऐप जानकारी
दरअसल, बेंगलुरु में कुछ स्टूडेंट्स ने अपने प्रोजेक्ट में एक ऐसा ऐप तैयार किया है। जो पहले से ही सड़कों पर पड़े जानलेवा गड्ढों की जानकारी मुहैया करवाता है। ये ऐप यूजर्स को बताता है कि कहां कितना बड़ा गड्ढा है। बता दें, ये ऐप स्मार्टफोन में मौजूद जाइरो सेंसर या जाइरस्कोप के जरिए मापता है कि कहां पर कितना बड़ा गड्ढा है और उसका प्रभाव कितना है। स्मार्टफोन्स में लगाया जाने वाला जाइरस्कोप सेंसर ऐंगुलर रोटेशनल वेलॉसिटी मापता है। यह फोन में होने वाले मूवमेंट को मापकर यह पता लगाता है कि यूजर ने उसे कैसे पकड़ा हुआ है।
ऐप की डिवेलपर आकृति बताती हैं, ‘इस ऐप में दो मोड हैं। पहला मोड डेटा कलेक्ट करता है और दूसरा मोड उस डेटा के आधार पर वॉर्निंग देता है। पहले मोड़ में स्मार्टफोन का जाइरस्कोप मापता है कि कितना झटका लगा। उसी दौरान जीपीएस से लोकेशन मैप हो जाती है कि झटका जिस जगह पर लगा। ये दोनों जानकारियां क्लाउड सर्वर पर पहुंच जाती हैं और रिकॉर्ड कर ली जाती हैं। इसके बाद दूसरे मोड का काम शुरू होता है। जब लोग उसी गड्ढे से होकर गुजरते हैं, यह ऐप वॉर्निंग देता है कि आगे गड्ढा है। ऐप को डिवेलप करने में शामिल रहीं विनयदीप बताती हैं, ‘यह क्राउड-सोर्सिंग ऐप है जो एक्सपीरियंस पर काम करता है।’
इस ऐप को NMIT बेंगलुरु की स्टूडेंट्स आकृति त्यागी, एम. कृतिका, विनयदीप कौर और प्रतिमा कुमारी ने तैयार किया है। वे चाहती हैं कि ये ऐप सही से काम करें इसके लिए पूरे शहर को कवर किया जाए। इसके लिए कैब सर्विसेज वाले इस ऐप का यूज़ करें ताकि जब वो पूरे शहर में घूमे तो सर्वर से पता चल सके कि सडकों पर कहां-कहां पर गड्ढे हैं। इसके अलावा इस ऐप में फोटो अपलोड का भी फीचर है। जहां पर गड्ढे हो उसकी फोटो खींचकर भी अपलोड की जा सकती है। सर्वे के बाद इन तस्वीरों को प्रशासन के पास भेजा जा सकता है ताकि उन्हें पता चले कि लोगों को कितनी दिक्कत हो रही है।