हाल ही में क्रिकेट से संन्यास लेने वाले टीम इंडिया के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज गौतम गंभीर ने 2012 में टीम से खुद को ड्रॉप किए जाने के समय तब के चयनकर्ताओं पर बड़ा खुलासा किया है.
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अब गौतम गंभीर खुल कर सामने आए हैं. ‘आज तक’ के डिजिटल स्पोर्ट्स चैनल ‘स्पोर्ट्स तक’ के साथ Exclusive बातचीत में गंभीर ने कहा- सेलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट ने मुझे जिस तरह वनडे टीम से बाहर किया वह गलत था.
गंभीर ने कहा कि मुझे टेस्ट फॉर्मेट में खराब प्रदर्शन की वजह से वनडे टीम से बाहर कर दिया गया जिसकी वजह से मुझे दुख हुआ. गंभीर ने पूर्व चीफ सेलेक्टर संदीप पाटिल को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘जब मुझे टेस्ट टीम से बाहर किया गया तो संदीप पाटिल ने इसके पीछे मेरे बैटिंग करने के तरीके पर सवाल उठाया था. चीफ सेलेक्टर पाटिल ने कहा कि आपको रनों की वजह से ड्रॉप नहीं किया गया है.’
गंभीर ने कहा, ‘टीम इंडिया में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें टीम में अपनी जगह को लेकर ज्यादा चिंता नहीं करनी होती है. लेकिन, यह सब खिलाड़ियों के साथ नहीं है. आप पर जब दवाब होता है कि अगर आप एक सीरीज में अच्छा नहीं कर पाए तो आपको टीम से बाहर कर दिया जाएगा. ऐसे में इसका सीधा असर आपके प्रदर्शन पर पड़ता है.’
गंभीर ने भारत की ओर से अपना आखिरी टेस्ट 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर में 58 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए, जिसमें नौ शतक शामिल हैं.
गंभीर ने 147 वनडे इंटरनेशनल में 39.68 की औसत से 5238 रन बनाए. जिसमें 2011 वर्ल्ड कप फाइनल की वो 97 रनों की यादगार पारी है, जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया था. वनडे में उन्होंने 11 शतकीय पारियां खेलीं.
गंभीर ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतकों की मदद से 932 रन बनाए, जिसमें उनकी औसत 27.41 की रही.