गांवों के विकास के नाम पर सरपंच-सचिव किस कदर गोलमाल किया जा रहा उसका एक और नमूना कुंडम जनपद पंचायत में सामने आया है। यहां सरपंच और सचिवों खेत तालाब सहित अन्य निर्माण कार्यों में मनमाने तरीके से काम करवा कर सरकारी रकम का बंदरबाट कर दिया। ये खुलासा तब हुआ जब गत दिनों जिला पंचायत सीईओ रिजु बाफना ने कुंडम के तहत आने वाली पंचायतों का निरीक्षण किया। जिसमें पता चला कि पंचायतों में जिस जगह खेत तालाब बनाना स्वीकृत किया था वहां तालाब बने ही नहीं। सरपंच-सचिवों ने अपने हिसाब से तालाब बनवाए और लाखों रुपये खर्च कर दिए। सीईओ जिला पंचायत ने गड़बड़ी सामने आने पर ग्राम पंचायतों से सरकारी रकम की रिकवरी करने के निर्देश दिए हैं।
इन पंचायतों में की गड़बड़ी :
सातावेली : ग्राम पंचायत सातावेली के कुल 11 खेत तालाब एक ही स्थल पर बना दिए गए। तीन व सात खेत तालाबों का निर्माण कराया गया है जो कि तकनीकी रूप से उपयुक्त नहीं हैं। 10 खेत तालाब निर्माण कार्यों में 25.64 लाख रुपये खर्च कर दिए। सीईओ ने 12.34 लाख रुपये की वसूली के निर्देश दिए हैं।
लखनवारा : ग्राम पंचायत लखनवारा के दो चेकडेम निर्माण कार्यों के निरीक्षण में पाया गया कि चेकडेम क्रं. एक की साइडवॉल के बाजू में कटाव हो गया है। जिसकी फिलिंग किया जाना आवश्यक है। चेकडेम निर्माण का स्थल अनुपयुक्त होने के कारण निर्माण कार्य की कुल स्वीकृत राशि 9.83 लाख रुपये के विरुद्ध सम्पूर्ण व्यय राशि 9.22 लाख रुपये की वसूली के निर्देश दिए गए। इसी तरह खेत तालाब में खर्च राशि 2.07 लाख रुपये की वसूली करने कहा गया।
सदाफल : ग्राम पंचायत सदाफल के एक खेत तालाब निर्माण अपने तरीके से कराया गया। सीईओ ने कुल स्वीकृत राशि 2.74 लाख रूपये के विरुद्ध खर्च किए गए 1.26 लाख रुपये और 17 निर्माण कार्यों में कुल व्यय राशि 28.17 लाख रुपये की वसूली के निर्देश दिए हैं।