क्रिकेट विश्लेषकों का कहना अंपायर नितिन मेनन के दिए निर्णय पर DRS लेना बेकार

आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल भारत के उभरते हुए अंपायर नितिन मेनन की प्रशंसा चारों तरफ हो रही है। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई क्रिकेट सीरीज में उन्होंने अपनी अपायरिंग से काफी प्रभावित किया। उनके दिए गए फैसले पर अगर कप्तान ने डीआरएस लिया तो उसे भी निराशा हुई।

कई क्रिकेट विश्लेषकों का कहना है कि नितिन मेनन के दिए निर्णय पर डीआरएस लेना बेकार है क्योंकि उनके द्वारा गए निर्णय पर कोई शंका नहीं होती है। नितिन मेनन को बीते साल जून में आईसीसी अंपायर्स के एलीट पैनल में शामिल किया गया। आइए हम आपको नितिन मेनन के बारे में विस्तृत रूप से बताते हैं।

नितिन मेनन पूर्व अंतरराष्ट्रीय अंपायर नरेंद्र मेनन के बेटे हैं। अंपायरिंग उन्हें विरासत में मिली है। यही वजह है कि उनके द्वारा दिए गए फैसले बहुत कम गलत साबित होते हैं। हालांकि क्रिकेट खेलने का उन्हे बहुत अनुभव नहीं है और लिस्ट ए में नितिन मेनन ने सिर्फ 2 मैच खेले हैं। उनके अंपयारिंग कौशल को देखते हुए बीते साल उन्हें आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल किया गया था। वेंकटराघवन और सुंदरम रवि के बाद वह आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल होने वाले तीसरे भारतीय अंपापर हैं।

भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई क्रिकेट सीरीज के दौरान नितिन मेनन ने अपनी अंपयारिंग की मिसाल पेश की। अहमदाबाद में चौथा टेस्ट मैच खेला जा रहा। इस मैच में रोहित शर्मा 49 रनों पर खेल रहे थे। बेन स्टोक्स की एक गेंद पर नितिन मेनन ने रोहित शर्मा को आउट दे दिया। हिटमैन इस फैसले से नाराज दिखे और डीआरएस ले लिया। इसके बाद तीसरे अंपायर ने भी रोहित को आउट करार दिया। ऐसे ही टेस्ट मैच के दूसरे दिन नितिन मेनन ने चेतेश्वर पुजारा को एलबीडब्ल्यू आउट दिया।

पुजारा ने भी डीआरएस लिया। पुजारा को विश्वास था कि गेंद बैट पर टकराई है। लेकिन रिव्यू में साफ हुआ की गेंद पैड पर लगी थी। इसलिए तीसरे अंपायर ने नितिन मेनन का निर्णय बरकरार रखा और पुजारा को लौटना पड़ा। वहीं तीसरे वनडे में क्रुणाल पांड्या ने डेविड मलान के खिलाफ एलबीडब्लयू की अपील की मेनन ने नकार दिया। विराट कोहली ने रिव्यू लिया। लेकिन कोहली द्वारा लिया गया रिव्यू बेकार गया और मेनन का निर्णय सही साबित हुआ।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और अब कॉमेंटेटर की भूमिका निभा रहे आकाश चोपड़ा अंपायर नितिन मेनन के मुरीद हो गए हैं। इसकी वजह नितिन की अंपायरिंग है। आकाश चोपड़ा का कहना है कि जब नितिन मेनन कोई डिसीजन देते हैं तो उनके खिलाफ रिव्यू मत लीजिए नहीं तो आपका रिव्यू बेकार जाएगा। आकाश ये भी कहते हैं कि नितिन मेनन को साल 2021 का बेस्ट अंपायर अवॉर्ड मिलना चाहिए। आकाश के अलावा दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर, संजय मांजरेकर और दिनेश कार्तिक भी नितिन मेनन की अंपायरिंग की तारीफ कर चुके हैं

अंपायरिंग के बारे में नितिन मेनन का कहना कि खिलाड़ियों की तरह अंपायर की भी फॉर्म होती है, मैं हमेशा अनुभव करता हूं कि अच्छी फॉर्म में रहते हुए ज्यादा से ज्यादा मैच बिना ब्रेक लिए करूं। भारत और इंग्लैंड की बीच खेली गई क्रिकेट सीरीज के बारे में वह कहते हैं कि दोनों अच्छी टीमें थी। अगर लोग मेरी अंपायरिंग की प्रशंसा कर रहे हैं तो ये मेरी लिए खुशी की बात है। नितिन मेनन ने मार्च 2017 में आयरलैंड बनाम अफगानिस्तान वनडे, नवंबर 2019 में अफगानिस्तान बनाम वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट और जनवरी 2017 भारत बनाम इंग्लैंड टी-इंटरनेशनल मैच के दौरान अपने अंपायरिंग करियर की शुरूआत की।

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