ज्यादातर लोगों ने अपने घरों में शुद्ध पानी पीने के लिए RO यानि रिवर्स ओस्मोसिस वाटर प्यूरिफायर लगा रखा होता है। पर क्या आप जानते हैं कि जिस पानी को आप शुद्ध समझकर पीते हैं वह आपकी सेहत के लिए घातक भी हो सकता है। जी हां, यह बात बिल्कुल सच है कि आरओ वाटर कई मायनों में आपके शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
दरअसल पानी को शुद्ध करने वाले उपकरणों में खास तरह की मेंब्रेन काम करती है, जो पानी को साफ करने के दौरान बुरे जीवाणुओं के साथ-साथ अच्छे जीवाणुओं को भी अवशोषित कर लेती है। जिससे पानी में पाए जाने वाले मिनरल, जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते हैं वह हमें नहीं मिल पाते हैं। आपको बता दें कि यह जीवाणु हमें पेट संबंधी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
आरओ प्यूरिफायर से साफ होने वाला पानी एसिडिक हो जाता है, क्योंकि पानी को साफ करने की इस प्रक्रिया के दौरान यह पानी में मौजूद नमक अणुओं से क्षारीय खनिज परमाणुओं को भी मिटा देता है। इससे पानी एसिडिक हो जाता है, जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक है।
आपको बता दें कि हर जगह के पानी का टीडीएस (टोटल डिजाल्व सॉलिड) स्तर अलग-अलग होता है। डब्ल्यूएचओ ने 100 से 150 स्तर के टीडीएस को ठीक बताया है। इसलिए अपने घर में आरओ लगवाने से पहले घर में सप्लाई हो रहे पानी की एक बार जांच करा लें, क्योंकि अगर आपके घर में आ रहे पानी का टीडीएस सामान्य है तो आपको आरओ लगवाने की जरूरत बिल्कुल नहीं है।