अप्रैल में बेतहाशा तेजी के बाद अब कोरोना संक्रमण के कदम थमने के शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं। दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत कुछ राज्यों में दैनिक संक्रमण के मामलों में या तो गिरावट दिख रही है या फिर इनमें स्थिरता आ गई है। संक्रमण थमने के शुरुआती संकेत की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 21 अप्रैल को नए मामलों की तुलना में सिर्फ 57 फीसद मरीज ठीक हुए थे, लेकिन तीन मई को ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 82 फीसद हो गई है। हालांकि अभी लहर थमने को लेकर आश्वस्त नहीं हुआ जा सकता है। इसलिए सतर्कता बहुत जरूरी है।
दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में दैनिक मामलों में गिरावट
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते हुए 27 अप्रैल को संक्रमितों का आंकड़ा 34 हजार को भी पार गया था। बाद में बढ़ने का सिलसिला थमा और कुछ गिरावट के साथ दो मई को यह संख्या 33 हजार पर आ गई। इसी तरह दिल्ली में 25 अप्रैल को पीक पर पहुंचने के बाद दो मई तक नए मामलों में एक हजार की गिरावट दर्ज की गई है। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में भी संक्रमण का यही ट्रेंड दिखा है। मध्य प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना और गुजरात में नए मामलों में बढ़ोतरी थम गई है। लव अग्रवाल ने कहा कि ये शुरुआती संकेत हैं और यदि राज्य सरकारें संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसी तरह कदम उठाती रहीं तो आने वाले समय में और भी बेहतर नतीजे देखने को मिल सकते हैं।
इन राज्यों में संक्रमण के नए मामलों की तेजी अब भी चिंता का कारण
हालांकि अभी पूरी तरह आश्र्वस्त नहीं हुआ जा सकता है। कई राज्यों में संक्रमण के नए मामलों की तेजी अब भी चिंता का कारण बनी हुई है। लव अग्रवाल ने कहा कि बिहार, हरियाणा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, असम, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में केस में बढ़ोतरी जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय इसे रोकने के लिए इन राज्यों के संपर्क में है।
संक्रमण के कारण रोजाना जान गंवाने वालों की संख्या में भी दिख रही है गिरावट
लव अग्रवाल ने कहा कि कुछ राज्यों में अच्छे संकेतों के दम पर राष्ट्रीय स्तर पर भी स्थिति बेहतर होती दिख रही है। देशभर में प्रतिदिन संक्रमित होने वाले मरीजों की तुलना में इससे ठीक होने वालों की संख्या में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। नए मामले भी कम हो रहे हैं। सुबह आठ बजे तक आंकड़ों के आधार पर उन्होंने बताया कि एक मई को 4,01,993 नए संक्रमित आए थे, जो दो मई को 3,92,488 और तीन मई को 3,68,147 रहे। एक मई को कोरोना से 3,523 मरीजों की मौत हुई थी, जो दो मई को बढ़कर 3,689 हो गई, लेकिन तीन मई को यह संख्या 3,417 रही। सामान्यत: संक्रमण के ट्रेंड को देखते हुए नए मामलों में कमी के हफ्तेभर बाद से मौतों की संख्या में कमी दिखने लगती है।
..लेकिन न बरतें लापरवाही
अभी राहत के संकेत शुरुआती हैं। राज्य बचाव के कदम इसी तरह उठाते रहे तो संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सकता है। अभी निश्चिंत होकर नहीं बैठ सकते हैं। कुछ राज्यों में बढ़ते मामले अब भी चिंता का कारण हैं। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही स्थिति को बिगाड़ सकती है।