मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को पत्र लिखकर आइआइटी-जेईई और नीट की परीक्षाएं स्थगित करने का आग्रह किया है।

उन्होंने कहा कि इन महत्वपूर्ण परीक्षाओं से छात्रों का भविष्य तय होता है। इसमें जल्दबाजी करना उनके भविष्य के साथ-साथ उनकी जिंदगी के लिए भी घातक साबित हो सकता है। मुख्यमंत्री ने पत्र में उल्लेख किया है कि इन परीक्षाओं में सफलता के लिए छात्र कड़ी मेहनत करते हैं।
इससे उनका भविष्य निर्धारित होता है और जीवन को नई दिशा मिलती है। इस परिस्थिति में यह जरूरी है कि इन परीक्षाओं को स्वस्थ और शांत परिवेश में आयोजित किया जाए।
देश में लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और हजारों की जान गई है। परीक्षाओं का आयोजन होने से बड़े स्तर पर सार्वजनिक परिवहन शुरू करने और लॉज एवं होटल खोलने की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि बड़ी संख्या में परीक्षार्थी अपने अभिभावकों के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे।
झारखंड सरकार ने कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित रखने के लिए सार्वजनिक परिवहन, होटल, रेस्तरां को खोलने की अनुमति नहीं दी है और ऐसे में छात्रों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री का ध्यान उन छात्रों की ओर दिलाया है जिनका घर कोरोना संक्रमित क्षेत्र या कंटेनमेंट जोन में है। इन छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में परेशानी हो सकती है।
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