प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 नवंबर को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) का दौरा करेंगे। वह यहां विकसित हो रही कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। एसआइआइ ने वैश्विक फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कोरोना वैक्सीन के लिए साझेदारी की है। इस वैक्सीन का भारत में तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने सात फर्मों को कोरोना वैक्सीन की प्री-क्लीनिक्ल टेस्ट और विश्लेषण की अनुमति दी है। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल शामिल हैं।
पुणे डिवीजनल कमिश्नर सौरभ राव ने कहा कि हमें शनिवार को पीएम मोदी की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की यात्रा के बारे में जानकारी मिली है। मंगलवार को, राव ने कहा था कि पीएम के पुणे दौरे की संभावना है। उन्होंने कहा था कि वह यहां स्थिति का जायजा लेने आ सकते हैं। राव ने यह भी बताया था कि 100 देशों के राजदूत 4 दिसंबर को यहां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स लिमिटेड का दौरा करेंगे।
मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी ने की थी बैठक
बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को कई राज्यों मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने कोरोना के बढ़ते मामलों और वैक्सीन जैसे मुद्दों पर चर्चा की थी। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से वैक्सीन आने तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई को लेकर चौतरफा तैयारी की अपील की। कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है और वैक्सीन के मोर्चे पर कई सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। परंतु वैक्सीन कब तक आएगी, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। यह वैज्ञानिक ही तय करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था कि पूरी तरह सुरक्षित वैक्सीन को ही इस्तेमाल की अनुमति मिलेगी। उन्होंने वैक्सीन वितरण के लिए कोल्डचेन और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स गठित करने को कहा।