दुनिया में कोरोना वायरस की दहशत के बीच उससे बचाव के पहलुओं पर जोर दिया जाने लगा है. संक्रमण के खतरे को देखते हुए सैनेटाइजर या साबुन के फायदे गिनाए जाने लगे हैं. उससे आगे बढ़कर अब इस बात की सलाह दी जा रही है कि सैनेटाइजर या साबुन में ज्यादा कारगर कौन है ?
कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन ज्यादा बेहतर विकल्प है. ये दावा किया है यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ वेल्स के प्रोफेसर पॉल थॉर्डर्सन ने. उन्होंने कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन को ज्यादा कारगर बताया है.
उनका कहना है कि साबुन वायरस में मौजूद लिपिड को आसानी से खत्म कर देता है. साबुन में फैटी एसिड और सॉल्ट जैसे तत्व भी होते हैं. वायरस को एक साथ जोड़कर रखनेवाला चिपचिपा पदार्थ 20 सेकंड तक हाथ धोने से नष्ट हो जाता है. साबुन चमड़े के काफी गहराई में जाकर कीटाणुओं को मारता है.
बोस्टन मेडिकल सेंटर के डॉक्टर नाहिद भडेला चेताते हैं, “साबुन या सेनेटाइजर अगर सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं तो उसका कोई फायदा नहीं है.
इसलिए कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए हाथ साफ करनेवाले प्रोडक्टस प्रभावकारी, उचित और सही होने चाहिए.” जहां तक सैनिटाइजर पर जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के एक शोध की बात है तो इसके मुताबिक जेल, लिक्विड या क्रीम के रूप में मौजूद सैनेटाइजर कोरोना वायरस से लड़ने में साबुन जितना उपयोगी नहीं है.
हालांकि अभी कोविड-19 के इलाज की कोई वैक्सीन सामने नहीं आई है. मगर विशेषज्ञ सबसे बेहतर तरीका वायरस के संपर्क से बचने को सावधानी बता रहे हैं. इसलिए कि वायरस का संक्रमण आदमी से आदमी में होता है.