भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. देश में अब तक 39 मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद लोगों में भी खौफ बढ़ता जा रहा है. वहीं इस जानलेवा बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है.
हाई कोर्ट के अधिवक्ता शशांक त्रिपाठी ने जनहित याचिका दाखिल की है. अर्जी में हाई कोर्ट परिसर में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की मांग की गई है.
याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी है. कोर्ट ने राज्य सरकार को 17 मार्च तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है.
जनहित याचिका में इलाहाबाद हाई कोर्ट की प्रधानपीठ और लखनऊ खंडपीठ में कोरोना फैलने से रोकने के लिए उपाय करने की मांग की गई है. याचिका में इलाहाबाद हाई कोर्ट और लखनऊ खंडपीठ में थर्मल स्कैनिंग लगाने की मांग की गई है.
याचिका में पूरे हाई कोर्ट परिसर की साफ-सफाई की भी मांग की गई है. याचिकाकर्ता शशांक त्रिपाठी ने कहा कि हाई कोर्ट में पूरे प्रदेश से लोग मुकदमों की सुनवाई के लिए आते हैं, इसलिए यहां पर कोरोना वायरस के संक्रमण की सबसे ज्यादा संभावना बनी रहती है.
याचिका में कहा गया है कि अगर हाई कोर्ट में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल गया तो कोर्ट को भी बंद करना पड़ सकता है, जिससे मुकदमों की सुनवाई प्रभावित होगी.