कोरोना वायरस COVID-19 से निपटने के लिए श्रीलंका सरकार ने शुक्रवार को देश में राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कहा कि यह कर्फ्यू शुक्रवार से सोमवार तक रहेगा।
इसके बाद राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू की समीक्षा की जाएगी। राष्ट्रपति राजपक्षे के कार्यालय ने कहा कि देश को आज रात 6 बजे (स्थानीय समय) से कर्फ्यू लागू हो जाएगा।
इसके पूर्व वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर श्रीलंका ने मंगलवार को देश में आने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया था।
हालांकि, राष्ट्रपति कार्यलय ने इसके लिए कोई कारण नहीं दिए हैं, लेकिन यह माना जा रहा है कि सरकार कोरोना से उत्पन्न होने वाले खतरे से निपटने के लिए इस प्रकार के कदम उठाए हैं।
राष्ट्रपति राजपक्षे ने गरीबों के लिए आर्थिक कठिनाइयों का हवाला देते हुए पूरे देश में तालाबंदी करने से इनकार कर दिया। इस बीच श्रीलंका पुलिस ने कहा कि कर्फ्यू के बावजूद लोग सामाजिक गतिविधियों में उलझे हुए हैं। श्रीलंका सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वह एकत्र न हों और किसी सामाजिक कार्यक्रम में जाने से बचें।
बता दें कि श्रीलंका चुनाव आयोग द्वारा 25 अप्रैल को होने वाले संसदीय चुनाव को स्थगित करने की घोषणा के एक दिन बाद कर्फ्यू की घोषणा की गई है।
आयोग ने कहा कि नई तारीख पर फैसला 25 मार्च के बाद लिया जाएगा। इस बीच सरकार ने कहा है कि देश में अब तक कोरोना के 66 मामलों की पुष्टि की है।
इनमें से 22 इटली के नागरिक थे, जबकि 2 ब्रिटेन के और एक भारत का नागरिक था। श्रीलंका में 2,400 संदिग्ध पाए गए हैं। जिसमें 27 विदेशी नागरिक शामिल हैं।
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर के देश अपनी सीमाओं को सील कर रहे हैं। कोरोना के प्रसार पर विराम लगाने के लिए विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगा रहे हैं।
बता दें कि दुनिया के 158 देशों में 232,650 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित है। इस मामले में चीन सबसे आगे है। चीन में 80,967 संक्रमित मामलों के साथ 3,248 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसके बाद इटली में 41,035 मामले और 3,405 मौतें, ईरान में 18,304 संक्रमित मामले और 1,284 मौतें, स्पेन में 19,077 संक्रमित मामले और 831 मौतें, जर्मनी में 15,320 संक्रमित मामले और 44 मौतें और फ्रांस में 10,995 संक्रमित मामले और 372 मौतें हो चुकी हैं।