कोरोना वायरस देश में तेजी से पांव पसार रहा है और लोगों में इसका खौफ भी बढ़ता रहा है। कई लोग इस समय आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। पंजाब में कोरोना का एक केस पॉजीटिव पाया गया, वहीं चंडीगढ़ और हरियाणा में कई संदिग्ध इस समय आइसोलेशन वार्ड में इलाज करा रहे हैं। कुछ की जांच रिपोर्ट आ चुकी है और कुछ की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। वैसे अभी तक जितनी रिपोर्ट आई हैं, सभी नेगेटिव हैं।
लेकिन एहतियात के तौर पर, पंजाब में अटारी-वाघा बॉर्डर को विदेशी यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं हरियाणा में सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में 31 मार्च तक छुट्टी घोषित कर दी गई है। स्कूलों में भी छुट्टी करने की तैयारी चल रही है। पांच जिलों के स्कूलों में भी छुट्टियां कर दी गई हैं। सोनीपत, रोहतक, झज्जर, फरीदाबाद, गुरुग्राम के सरकारी-निजी स्कूल 31 मार्च तक के लिए बंद का दिए गए हैं। लेकिन बोर्ड, वार्षिक व मूल्यांकन परीक्षाओं में विद्यार्थियों को हिस्सा लेना होगा।
पंजाब में गत 9 मार्च को कोरोना का पहला मरीज सामने आया है। बीती चार मार्च को इटली से वाया दिल्ली श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे होशियारपुर निवासी पिता-पुत्र में से पिता की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई, जबकि उसके पुत्र की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
दोनों पिता पुत्र इस समय गुरुनानक देव अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पहले इनका सैंपल जांच के लिए एम्स दिल्ली भेजा था, जहां दोनों को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद विभाग ने इनका सैंपल नेशनल वायरोलॉजी लैब पुणे भेजा था।
वहीं बुधवार को मौलीजागरां निवासी 51 वर्षीय एक व्यक्ति को लक्षणों के आधार पर पीजीआई में भर्ती किया गया है। वह सऊदी अरब से 25 फरवरी को चंडीगढ़ पहुंचा है। उसे 7 मार्च से सर्दी-जुकाम की शिकायत है। उसका सैंपल लेकर फिलहाल उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
मोहाली के डीसी गिरीश दयालन और एसएसपी फतेहगढ़ साहिब अमनीत कौंडल को भी हेल्थ सर्विलांस पर रखा गया है। मोहाली के डीसी और एसएसपी फतेहगढ़ साहिब पति-पत्नी हैं। दोनों इसी 4 मार्च को को इटली की यात्रा से लौटे थे। इसके बाद एहतियात के तौर पर इस अधिकारी दंपती को हेल्थ सर्विलांस पर रखा है।
डॉक्टरों के मुताबिक दोनों स्वस्थ हैं और इनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण अभी तक नहीं पाए गए हैं। आईएएस और आईपीएस अधिकारी दंपती को चंडीगढ़ सेहत विभाग की टीम मॉनिटर कर रही है। इन्हें 14 दिन तक सार्वजनिक स्थानों पर न जाने और घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। इन्हें फिलहाल अधिकारिक कामकाज से भी दूर रखा गया है।
संदिग्ध मरीजों की संख्या डेराबस्सी और आसपास एरिया में बढ़ती जा रही है। वीरवार को सेहत विभाग ने दो संदिग्ध परिवारों की जांच की। इनमें वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए। यह दोनों परिवार कुछ दिन पहले ही वियतनाम और इटली लौटे थे। सेहत विभाग ने इन्हें 14 दिन तक घर से नहीं निकलने की हिदायत दी है।
वहीं इटली से लौटे एक संदिग्ध परिवार की महिला के ब्लड सैंपल टेस्ट के लिए पुणे लैब में भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट दो दिन में आएगी। इसके अलावा वीरवार को इटली से लौटे एक परिवार को अगले 14 दिन तक घर में ही रहने को कहा है और गंभीरता दिखाते हुए इसकी जानकारी एसडीएम और पुलिस को भी दी है।
कोरोना वायरस के तीसरे संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद उसे सरकारी राजिंदरा अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इससे पहले भी पटियाला में दो संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी।
सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने बताया कि जिन तीन संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव रही है, उनमें से एक दुबई, दूसरा कतर व तीसरा साउथ कोरिया से लौटा था। इन तीनों को बुखार के साथ खांसी व जुकाम था। तीनों निजी चिकित्सा संस्थान में गए थे जहां से उन्हें सरकारी राजिंदरा अस्पताल में भेजा गया था।
सीएमओ ने बताया कि दो संदिग्ध मरीजों को उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव रहने पर पहले ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया था। वीरवार को तीसरे संदिग्ध को घर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि वीरवार को कोई नया शक्की मरीज सामने नहीं आया। वीरवार को सेहत विभाग की ओर से दो मॉक ड्रिल करके इस बीमारी के बारे में सचेत किया गया।
चंडीगढ़ पीजीआई में कोरोना वायरस की आशंका पर सोमवार को भर्ती किए बलटाना निवासी दंपती की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। दंपती एक मार्च को स्विट्जरलैंड से लौटे थे। वहीं होली के दिन सेक्टर-39 निवासी 19 साल के एक मरीज को भी पीजीआई में भर्ती कराया गया था। बुधवार को उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। वह कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटा है।
पंचकूला सिविल अस्पताल सेक्टर-6 में बनाए स्पेशल फ्लू वार्ड में अब तक करीब 56 लोगों की जांच की जा चुकी है। बुधवार को पंचकूला और कालका के दो पेशेंट को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। पंचकूला के पेशेंट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई है।
वहीं दूसरा पेशेंट अभी तक अंडर ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। अभी उसकी रिपोर्ट आनी बाकी हैं। दोनों पेशेंट को खांसी, जुकाम अधिक होने के कारण बीते बुधवार को भर्ती कराया गया था। इसमें एक पेशेंट अमेरिका से ट्रैवेल करके आया था। वहीं दूसरा पेशेंट आस्ट्रेलिया के लोगों के साथ दिल्ली में पार्टी करके आया है।
चंडीगढ़ पीजीआई में बुधवार देर रात भर्ती किए गए कैथल (हरियाणा) निवासी एक ही परिवार के चार सदस्यों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें सास-बहू और दो बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र क्रमश: 50, 40, 10 और 8 वर्ष है। जानकारी के अनुसार, ये सभी लोग बीते 8 मार्च को इटली से लौटे हैं। बुखार की शिकायत पर उन्हें पीजीआई के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था।
वहीं वीरवार को पीजीआई में कोई नया मरीज नहीं भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक पीजीआई में कोरोना के 12 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है। राहत की बात यह है कि सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें वे मरीज शामिल हैं जो पिछले दिनों चीन, इटली और स्विट्जरलैंड समेत अन्य कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा करके लौटे हैं।
शहर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। कृष्णा कालोनी निवासी महिला लक्ष्मी को उपचार के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें कोरोना का संदिग्ध मरीज बताया है। शहर में कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध मरीज मिलने पर हड़कंप मच गया है।
अस्पताल के डॉ. कामिद मोगा ने बताया कि शहर के एक निजी अस्पताल से मरीज रेफर होकर नागरिक अस्पताल में आया है। मरीज में कोरोना बीमारी के लक्षण मिले है। लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। मरीज को एम्बुलेंस से हिसार रेफर किया गया है। जहां उसका स्क्रीनिंग टेस्ट किया जाएगा।