चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सीडीएस जनरल बिपिन रावत: सेना ने सबकुछ मिलाकर इस समय तक 25,000 बेड की क्षमता को तैयार कर दिया है जो कोरोना वायरस के मरीजों के लिए है. इनमें से कुछ फैसलिटी इस्तेमाल में भी लाई गई हैं और कुछ को सेना के जवानों के लिए रखा गया है. विदेशों से आने वाले लोगों को आईसोलेशन में रखने के लिए भी इन फैसलिटीज का इस्तेमाल किया जाएगा.
जनल बिपिन रावत ने कहा कि आतंकियों में न तो अनुशासन है और न ही धैर्य है और लॉकडाउन के दौरान इन दोनों की जरूरत है. आतंकी अपने कारनामों को अंजाम देने के लिए किसी खास वक्त को बाधा के तौर पर नहीं देखते.
देश में ऐसी स्थिति में भी वो अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं क्योंकि सीमा पार से भी उनके उकसाया जाता है. हालांकि सेना उनके हर कदम पर रोक रही है और आतंकवादियों के खिलाफ सेना की कार्रवाई जारी है. कोरोना वायरस के इस मुश्किल समय में भी सीमापार से आतंकियों को भेजे जाने का सिलसिला जारी है.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने ये भी कहा कि कश्मीरवासी जब समझ जाएंगे कि पाकिस्तान उनके किसी भी हित को नहीं चाहता है तो स्थिति में सुधार आएगा.
हालांकि अनुच्छेद 370 और 35ए हटने के बाद कश्मीर के हालात में काफी सुधार आया है और लोगों को समझ आ रहा है कि भारत सरकार उनके लिए अच्छा सोच रही है.
जनरल बिपिन रावत ने कहा कि अलगाववादियों और आतंकियों के पास फंडिंग हासिल करने के बहुत से तरीके हैं, ड्रोन के जरिए भी वो पैसा हासिल कर रहे हैं.
नकली करेंसी का कारोबार जोर पकड़ रहा है और ड्रग्स के जरिए भी हमारे देश के युवाओं को भटकाने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सेना हर मुकम्मल तरीके से इनके नापाक इरादों को रोकने के लिए पूरी तरह तत्पर है.