केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से मंगलवार को एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इसमें बताया गया कि कोरोना के नए स्ट्रेन के सामने आने की वजह से ब्रिटेन के लिए उड़ानों पर लगी अस्थायी रोक अभी और आगे बढ़ सकती है। साथ ही देश में कोरोना की स्थिति की जानकारी दी गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या महज 2.7 लाख रह गई है और इसमें लगातार गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह देश में कोरोना वायरस संक्रमण की सकारात्मकता दर (पॉजिटिविटी रेट) केवल 2.25 प्रतिशत रही।
भूषण ने कहा कि लिंग के आधार पर कोरोना के मामलों का विश्लेषण करें दो कुल मामलों के 63 फीसदी पुरुष और 27 फीसदी महिलाएं थीं। आयु के हिसाब से आठ फीसदी मामले 17 साल से कम, 13 फीसदी मामले 18-25 वर्ष, 39 फीसद 26-44 वर्ष, 26 फीसदी 45-60 वर्ष और 14 फीसदी मामले 60 वर्ष आयु से अधिक के थे।
राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में हमने अहम उपलब्धि हासिल की है। छह महीने बाद अब कोरोना कै दैनिक मामले 17 हजार से कम रह गए हैं और दैनिक मृत्यु के मामलों की संख्या भी 300 से कम हो गई है। 55 फीसदी मामलों में मृतक की आयु 60 वर्ष या अधिक रही है और 70 फीसदी मृत्यु पुरुष मरीजों की हुई है।
प्रेस वार्ता में मौजूद रहे भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) प्रोफेसर के विजय राघवन ने कहा कि यूके और दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ वैक्सीन काम करेगी। फिलहाल, ऐसा कोई सबूत नहीं है कि वर्तमान में मौजूद वैक्सीन कोविड-19 के प्रकारों पर असर न कर सकें।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि जरूरी है कि वायरस पर बहुत ज्यादा इम्यून दबाव न डालें। हमें ऐसी चिकित्साओं का विवेकपूर्ण उपयोग करना होगा जो लाभ देने वाली हैं। अगर लाभ नहीं होता है तो हमें उनका उपयोग नहीं करना चाहिए अन्यथा वायरस अधिक उत्परिवर्तित (म्यूटेट) होगा।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि ठंड के मौसम में देश की आबादी के बड़े हिस्से पर अभी भी संक्रमण का खतरा है। यूके में सामने आया नया स्ट्रेन भारत समेत कई अन्य देशों में पहुंच गया है। इसलिए हमें बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है और किसी को भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अहम जानकारी साझा की। मंत्रालय ने कहा कि सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री जो पिछले 14 दिन में (नौ दिसंबर से 22 दिसंबर के बीच) भारत आए हैं, अगर उनमें लक्षण हैं और उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें जीनोम सीक्वेंसिंग में शामिल किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में INSACOG की स्थापना की गई है। यह पूरे देश की 10 सरकारी प्रयोशालाओं का एक कंसोर्टियम है, जो कोविड-19 के साथ किसी भी प्रकार के वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग करेगा। ये प्रयोगशालाएं आईसीएमआर, बायोटेक इंडिया, सीएसआईआर और स्वास्थ्य मंत्रालय की हैं।
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने की वजह से यूनाइटेड किंगडम के लिए उड़ानों पर लगी अस्थायी रोक और आगे बढ़ सकती है। इसे लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मुझे लगता है कि यह अस्थायी रोक थोड़ी और बढ़ेगी। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि यह रोक बहुत लंबे समय तक रहेगी।
कोविड-19 वैक्सीन के यातायात में एयर इंडिया के विनिवेश पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि अभी तक हमारे सामने कई तरह से रुचि दिखाई गई है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के अगले कदम में, पात्र बोलीदाताओं को इसके लिए प्रस्ताव का अनुरोध पेश करने के लिए कहा जाएगा।
वैक्सीन के यातायात को लेकर मंत्रालय ने कहा कि इस काम में एयरलाइंस समेत सभी हिस्सेदारों को अलर्ट कर दिया गया है। वैक्सीन के बारे में पूरा विवरण जानने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और फार्मास्यूटिकल्स विभाग इसके लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं तैयार करेंगे। इसके लिए विस्तृत एसओपी निर्धारित की जाएंगी।
इसके साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण का ड्राय रन (अभ्यास) तीन राज्यों में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए यह ड्राय रन 28 और 29 दिसंबर को असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में आयोजित किया गया था।