कोरोना के कहर सराफा बाजार भी दबाव में दिख रहा है. सोने की कीमत 40 हजार रुपये प्रति ग्राम से नीचे पहुंच गई है. इसी तरह चांदी में भारी गिरावट है. जानकारों के मुताबिक सोने—चांदी में अभी उतार—चढ़ाव बना रहेगा.
भारतीय वायदा बाजार में अप्रैल गोल्ड फ्यूचर 40 हजार प्रति 10 ग्राम से नीचे चला गया है. हालांकि इसमें मंगलवार को थोड़ी मजबूती दिख रही है. कोरोना वायरस की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने—चांदी की हाजिर कीमतों पर काफी दबाव है. सोमवार को हाजिर बाजार में सोना नवंबर के लेवल से करीब 5 फीसदी तक टूटकर 1,511.30 प्रति औंस तक पहुंच गया था.
टूट गया सोना
भारतीय सराफा बाजार में सोमवार को फिर बिकवाली के भारी दबाव में सोना 2,000 रुपये प्रति 10 ग्राम टूटा तो चांदी में 6,000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा की गिरावट आई. सोने का भाव भारतीय सराफा बाजार में 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गया. वहीं, चांदी लुढ़ककर 36,640 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में मंगलवार को सुबह अप्रैल गोल्ड के सौदे 39,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर हुए. जानकारों का मानना है कि अभी कुछ समय के लिए सोने में उतार—चढ़ाव बना रह सकता है और 38,000 से 39,000 के बीच इसे सपोर्ट मिल सकता है.
क्यों टूटे कीमती धातु
कोरोना की वजह से दुनियाभर के शेयर बाजार हलकान हैं. इसकी वजह से सोने—चांदी पर भी दबाव बन रहा है. असल में कोरोना की वजह से दुनियाभर में लॉकडाउन की स्थिति है, ऐसे में इन कीमती धातुओं के खरीदार भी कम हो रहे हैं. सराफा के वायदा सौदों में मार्जिन बढ़ाई जा रही है और गोल्ड ईटीएफ भी बिकवाली कर रहे हैं.
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के नेशनल सेकेट्ररी सुरेंद्र मेहता ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि शेयर बाजार में भारी गिरावट के समय निवेशकों के लिए महंगी धातुएं सोना और चांदी संकटमोचक बन गईं और वे सोना और चांदी बेचकर अपनी नकदी की जरूरतों को पूरा करने लगे.
देश के सराफा बाजार में 999 शुद्धता के सोने का भाव पिछले सप्ताह के 42,017 रुपये प्रति 10 ग्राम से 2,022 रुपये टूटकर 39,995 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया.
वहीं, चांदी का भाव शुक्रवार के 43,085 रुपये प्रति किलो से 6,445 रुपये लुढ़ककर 36,640 रुपये प्रति किलो पर आ गया. हालांकि विदेशी बाजार में महंगी धातु में आई रिवकरी के बाद भारतीय वायदा बाजार में भी देर रात सोने-चांदी में थोड़ी रिकवरी दर्ज की गई.
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि शेयर बाजार में भारी गिरावट के कारण कारोबारी अपने मार्जिन कॉल को पूरा करने के लिए सोने और चांदी में बिकवाली करने लगे जिससे दोनों महंगी धातुओं में भारी गिरावट दर्ज की गई.
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती से भी सोने और चांदी को सहारा नहीं मिला. अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने अप्रैल अनुबंध में पिछले सत्र से 3.95 डॉलर की गिरावट के साथ 1,512.75 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 1,451 डॉलर प्रति औंस तक फिसला.