यूपी में ऑक्सीजन की मारामारी के बीच राजधानी लखनऊ में बड़ा हादसा हो गया है। लखनऊ के चिनहट में केटी प्लांट पर रिफलिंग के दौरान सिलेंडर में विस्फोट हो गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए हैं। दो लोगों की मौके पर ही जान चली गई। एक व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गए हैं। कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। घायल लोगों को अस्पताल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने दुर्घटना के कारणों की जांच किये जाने के निर्देश भी दिये हैं।
बताया जाता है कि प्लान्ट में रोजाना की तरह ऑक्सीजन गैस भरने का काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक विस्फोट हुआ। किसी के कुछ समझने से पहले ही दूसरा विस्फोट हो गया। पूरा इलाका धुआं की चपेट में आ गया। करीब आधे घंटे तक कोई कुछ समझ ही नहीं सका। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक जब धुआं छंटने लगा तो कई कर्मचारी भागते दिखे। सभी के चेहरे काले पड़ गये। दो मजदूरों के क्षत-विक्षत शव पड़े थे। कई कर्मचारियों के हाथ और पैर के नाखून इधर-उधर बिखरे पड़े थे और वह सब तड़प रहे थे। घटना के बाद सिलेण्डर भरवाने आये लोग वहां से बदहवाश भाग निकले। सब तरफ दहशत का माहौल दिखने लगा।
बड़ी मुश्किल से मदद को बढ़े
बताया जाता है कि फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी गई थी लेकिन उसके आने से पहले वहां का नजारा बहुत भयभीत करने वाला था। इस बीच कुछ साथी ही मदद के लिये आगे बढ़े। फिर झुलसे लोगों को पुलिस की मदद से राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। घायल मजदूर दर्द से बिलख रहे थे और एक दूसरे का चेहरा देखकर ज्यादा सहम जा रहे थे। पुलिस उनका ढांढ़स बंधाती रही। अस्पताल में गुडडू और दो अन्य को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घायलों में कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
खून से लथपथ जहां-तहां पड़े थे मजदूर
दमकल कर्मी जब अन्दर गये तो कई घायल मजदूर इधर-उधर पड़े हुये थे। इन्हें बड़ी मुश्किल से गाड़ी पर लेटाकर अस्पताल तक ले जाया गया। इनके घर वालों को सूचना दे दी गई है। शुरुआती पड़ताल में यही माना जा रहा है कि गैस भरते समय यह हादसा हुआ। हालांकि जिला प्रशासन का कहना है कि जांच के बाद इसकी मुख्य वजह पता चल सकेगी।