दिल्ली को कोरोना वायरस के आक्रामक तेवर से बचाने के लिए केंद्र सरकार के आदेश पर अर्धसैनिक बलों के स्वास्थ्य कर्मचारी रवाना हो चुके हैं। सोमवार को देश के अलग अलग हिस्सों से 75 डॉक्टर सहित 300 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारियों को एयरलिफ्ट किया है। इनमें 250 पैरामेडिकल कर्मचारी शामिल हैं।

कोरोना वायरस के हर रोज बढ़ते मरीजों से अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ने लगे हैं। दिल्ली सरकार की ओर से केंद्र को भी पत्र लिख अतिरिक्त बिस्तरों की मांग रखी गई थी। एक दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में अतिरिक्त बिस्तरों को उपलब्ध कराने की अनुमति दी गई। साथ ही कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए अर्धसैनिक बलों के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ को एयरलिफ्ट कराने का आदेश दिया था।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को सभी कर्मचारियों के दिल्ली पहुंचने के बाद सभी जिलों में बराबर तैनात किया जाएगा। इन सभी कर्मचारियों को असम, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान से एयरलिफ्ट किया गया है।
गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की निगरानी में सोमवार को दिल्ली सरकार, नगर निगम और डीआरडीओ के साथ हुई बैठक में सभी जिलों को लेकर रणनीति तैयार की गई है। कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर उपचार देने के साथ साथ उन्हें बिस्तर उपलब्ध कराने के लिए भी नई योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
सोमवार शाम दिल्ली सरकार ने एम्स, स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की 11 टीमें गठित की हैं। इनमें से 10 टीमें 24 घंटे सक्रिय रहेंगी। जबकि एक टीम को रिजर्व रखा गया है। यह सभी टीमें बुधवार से दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में निरीक्षण करेंगी। गृहमंत्री के आदेश पर यह टीमें तैनात की गई हैं।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal