महाराष्ट्र के पुणे में एक कंपनी में सिक्यॉरिटी गार्ड रेवन शिंदे की दिसंबर 2019 में नौकरी छूट गई। दूसरी नौकरी की तलाश में हाथ-पैर मारा लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ फिर मार्च आते-आते लॉकडाउन लग गया।
कोरोना महामारी के दौर में बिना नौकरी और इनकम के जीवन और कठिन हो गया। आखिरकार रेवन को इनोवेटिव आइडिया मिला और उन्होंने आपदा को अवसर में बदलने का फैसला किया। आज रेवन एक बिजनसमैन हैं और महीने में 50 हजार से 60 हजार रुपये तक की कमाई कर रहे हैं।
पुणे के पिंपरी चिंचवड़ इलाके निवासी रेवन शिंदे एक कंपनी में सिक्यॉरिटी गार्ड के पद पर तैनात थे। नौकरी जाने के बाद उन्होंने अपना कैफे 18 नाम से फूड आउटलेट खोला। रेवन रोज करीब 600 से 700 कप चाय बेचते हैं। रेवन अपने टीम के साथ 50 हजार से 60 हजार रुपये हर महीने कमाते हैं। वह कॉर्पोरेट ऑफिस और इंडस्ट्रियल वर्कर्स को चाय बेचते हैं।
रेवन बताते हैं, ‘लॉकडाउन में ढील के बाद जब दोबारा ऑफिस खुलने लगे तो लोगों को चाय नहीं मिल रही थी।’ रेवन बताते हैं कि हमने पहले रेस्पॉन्स देखने के लिए फ्री में चाय और कॉफी डिलिवर करने का फैसला किया। अब हम रोज 600 से 700 कप चाय बेचते हैं।