वाशिंगटन : उत्तर कोरिया द्वारा तीन अमेरिकी नागरिकों कि रिहाई मामले में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अपने नागरिकों की रिहाई के लिए अमेरिका ने उत्तर कोरिया को कोई धन नहीं दिया है. कोरियाई मूल के तीन अमेरिकी नागरिक उत्तर कोरिया की जेल में बंद थे. ट्रम्प और किम की मुलाकात से पहले उत्तर कोरिया ने तीनों बंदी नागरिकों को मंगलवार को रिहा कर दिया था.
बराक ओबामा सरकार पर ट्रम्प ने साधा निशाना
ये बात गुरूवार को ट्रम्प ने उस समय कही जब वह पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन के समय ईरान से परमाणु समझौते पर बोल रहे थे. गौरतलब है कि ओबामा सरकार पर आरोप है कि उसने ईरान को परमाणु समझौते के बाद 1.8 अरब डॉलर नकद दिए गए थे. इस प्रकरण को लेकर बराक ओबामा सरकार पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने यह बात कही. ट्रंप गुरुवार को इंडियाना के इल्कहार्ट में हुई एक रैली में अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने ऐसा करके खुद पर और अपने देश पर बड़ा एहसान किया है. लेकिन वे बंधक सम्मान के साथ रिहा किए गए हैं, उनकी रिहाई के लिए हमने कोई कीमत नहीं चुकाई है.
किम से प्रस्तावित मुलाकात पर बोले ट्रम्प
किम जोंग से अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी प्रस्तावित मुलाकात को लेकर कहा कि वो बातचीत की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना था कि वो उत्तर कोरिया, जापान, दक्षिण कोरिया, चीन समेत पूरे विश्व के लिए एक बड़ा काम करने जा रहे हैं. अमेरिका और ईरान के बीच जनवरी 2016 में हुए समझौते पर स्पष्ट तौर पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने दावा किया कि ओबामा प्रशासन ने बंधकों को छुड़ाने के लिए 1.8 अरब डॉलर की रकम चुकाई थी.
इस समझौते में सैन्य उपकरणों की बिक्री से जुड़े एक मामले के निपटारे के लिए अमेरिका उसे 1.7 अरब डॉलर देने को तैयार हो गया था. यह बात ईरानी क्रांति से पहले की है. इसके तुरंत बाद ईरान ने पांच अमेरिकी कैदियों को रिहा कर दिया था. हालांकि उस वक्त व्हाइट हाउस ने इस मामले में नकद भुगतान संबंधी खबरों को खारिज कर दिया था. ट्रंप किम जोंग से अपनी मुलाकात को लेकर काफी आश्वस्त भी नजर आए उनका कहना है कि उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के साथ उनकी मुलाकात बेहद सफल रहने वाली है.