कैंसर के 100 से अधिक प्रकार हैं। अधिकतर कैंसरों के नाम उस अंग या कोशिकाओं के नाम पर रखे जाते हैं जिनमें वे शुरू होते हैं। आजकल लोग सबसे ज्यादा पेट के कैंसर से परेशान हैं।
इसके मामले बीते कई सालों से धीरे-धीरे काफी बढ़ गए हैं। पेट के कैंसर के लक्षणों के बारे में बात करें तो शुरुआत में इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते हैं. लेकिन वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसा शोध किया है जिसकी मदद से अब कैंसर का पता उसके शुरूआती दौर में ही लगया जा सकेगा।
अब एक आसान यूरिन टेस्ट की मदद से कैंसर की पहचान की जा सकेगी। इस टेस्ट में यूरिन के रंग बदलने से कैंसर की पहचान होगी। वैज्ञानिकों के अनुसार भविष्य में इस टेस्ट की मदद से इस जानलेवा बीमारी की जल्द पहचान करना आसान होगा।
वर्तमान तकनीकों से सस्ता होगा:
चूहों पर किए गए अध्ययन में देखा गया कि जिन चूहों को कोलोन कैंसर था उनका यूरिन टेस्ट के दौरान नीले रंग का हो गया। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह टेस्ट एक नए नैदानिक उपकरण को विकसित करने में मदद करेगा जो वर्तमान तकनीकों से काफी सस्ता होगा।
कैंसर की जल्द पहचान होने से मरीज के बचने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि इलाज जल्द से जल्द शुरू किया जा सकता है। इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन और मैसेचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन को पत्रिका नेचर नैनोटेक्नोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।
शोधकर्ता प्रोफेसर मॉली स्टीवंस ने कहा, यह टेस्ट महंगे लैब उपकरणों के बिना आसानी से किया जा सकेगा। एक रासायनिक प्रतिक्रिया की मदद से रंग में आने वाले बदलाव से ही कैंसर की पहचान की जा सकेगी। इस अध्ययन में 28 चूहों के यूरिन सैंपल का परीक्षण किया गया। इनमें 14 चूहों में कोलोन कैंसर की पहचान की गई।