सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद केरल के सबसे मशहूर सबरीमाला मंदिर में महिलाएं प्रवेश नहीं कर पा रही हैं। इसी मुद्दे को लेकर आज केरल हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। दरअसल, सबरीमाला मंदिर में प्रवेश को लेकर चार महिलाओं ने हाईकोर्ट में ये याचिका दायर की है। इन महिलाओं ने मंदिर में जाने के लिए पुलिस सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सबरीमाला प्रदर्शन में 3,345 से ज्यादा गिरफ्तार
केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन करने पर 3,345 से ज्यादा लोगों को 26 अक्टूबर तक गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं इस मामले में राज्य भर में विभिन्न पुलिस थानों में 26 अक्टूबर से अब तक 517 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। सबरीमाला के तांत्री (मुख्य पुजारी) परिवार के सदस्य और अयप्पा धर्म सेना के अध्यक्ष राहुल ईश्वर को रविवार सुबह कोच्चि में गिरफ्तार किया गया। पुलिस को शिकायत मिली थी कि राहुल ईश्वर ने पिछले हफ्ते कोच्चि में इस मुद्दे पर भड़काऊ टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था कि अगर दस से 50 साल की महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश किया तो मंदिर को बंद करने के लिए वह उसके प्रांगण में खून बिखेर देंगे। इस बीच, पिछले 12 घंटों में भगवान अयप्पा के मंदिर वाले जिले पथनामथित्ता के साथ ही तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, एनार्कुलम के पुलिस स्टेशनों में 500 से ज्यादा गिरफ्तारियां दर्ज की गई हैं।
122 प्रदर्शनकारी रिमांड में
पुलिस के मुताबिक, अभी तक केवल 122 प्रदर्शनकारी रिमांड में हैं जबकि अन्य को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। हालांकि, केरल पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने निर्देश दिया है कि उन लोगों की गिरफ्तारी नहीं की जाए जिन्होंने भजन और प्रार्थनाओं के जरिए अपना विरोध जाहिर किया था। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को अपने फैसले में 10 से 50 साल तक की उम्र की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था। लेकिन पिछले दिनों सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर लगातार विवाद जारी रहा और प्रदर्शनकारियों ने उन्हें वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया था।