एक बार फिर फिट हो चुके केदार जाधव के वेस्टइंडीज के खिलाफ बाकी बचे तीन वनडे मैचों के लिए टीम इंडिया में नहीं चुने जाने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी जाने वाले बयान पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद की सफाई आई है. प्रसाद ने जाधव के फिट होने के बावजूद न चुने जाने पर सफाई देते हुए कहा है कि इस बल्लेबाज को चोटिल होने के उनके पुराने इतिहास के कारण टीम में नहीं चुना गया.
देवधर ट्राफी के बीच में जाधव को भारत ए टीम में जगह दी गई क्योंकि चयनकर्ता उनकी वापसी पर फैसला करने से पहले उनकी फिटनेस परखना चाहते थे. तीन राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की मौजूदगी में जाधव ने 25 गेंद में नाबाद 41 रन की पारी खेली और पांच ओवर भी फेंकते हुए अपना दावा पेश किया लेकिन देवधर ट्राफी मैच के दौरान घोषित हुई टीम में महाराष्ट्र के इस खिलाड़ी को जगह नहीं दी गई.
नहीं दी गई थी जानकारी
जाधव से जब यह पूछे जाने पर कि क्या वेस्टइंडीज के खिलाफ बाकी बचे तीन मैचों में उनके चयन को लेकर किसी तरह की जानकारी दी गई थी, तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है.’’ जाधव ने आगे कहा, ‘‘ मुझे यह बताने वाले आप पहले व्यक्ति हैं. मुझे यह देखने कि जरूरत है कि उन्होंने मुझे क्यों नहीं चुना. मैं टीम में नहीं था इसलिए मुझे नहीं पता कि क्या योजना है. ’’
चयनकर्ताओं ने ऐसे गिया बचाव
प्रसाद ने चयनकर्ताओं का बचाव करते हुए कहा कि जाधव को वापसी के लिए अधिक घरेलू मैचों में खेलना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमने केदार को फिटनेस के उनके इतिहास को देखते हुए नहीं चुना. इससे पहले भी कुछ अवसरों पर उन्होंने फिट होकर वापसी की लेकिन फिर चोटिल हो गए जैसा कि पिछले महीने एशिया कप में हुआ.’’
काफी लंबे समय से चोटिल रहे हैं केदार
उल्लेखनीय है कि केदार जाधव लंबे समय से मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या से जूझ रहे हैं. इसी साल आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हुए केदार जाधव सात अप्रैल को मुंबई इंडियन्स के खिलाफ पहले मैच के दौरान ही मांसपेशियों में खिंचाव के कारण चोटिल हो गए थे और फिर टूर्नामेंट के बाकी मैचों में नहीं खेल पाए. इसके बाद उनकी सर्जरी हुई थी और वे इसके कारण भारत के आयरलैंड-इंग्लैंड दौरे में शामिल नहीं किए जा सके थे. उसके बाद उन्होंने एशिया कप में वापसी की लेकिन फाइनल में वे एक बार फिर मांसपेशियों में खिंचाव के कारण चोटिल हो गए थे.
यह योजना थी चयनकर्ताओं की केदार को लेकर
प्रसाद ने कहा, ‘‘असल में हम सोच रहे थे कि अगर भारत ए आज जीत दर्ज करने में सफल रहता है तो केदार को एक अन्य मैच खेलने के लिए मिल जाएगा जिससे हमें उनकी मैच फिटनेस का सही आकलन करने का मौका मिल जाता. हम उन्हें चौथे वनडे से पहले (भारतीय टीम में) एक अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में शामिल कर सकते थे. खिलाड़ियों को समझना चाहिए कि टीम का चयन करते समय हम एक प्रक्रिया का अनुसरण करते हैं.’’
खिलाड़ियों के साथ संवादहीनता समस्या है चयनकर्ताओं की
खिलाड़ियों के साथ संवादहीनता के लिए चयनकर्ताओं को पिछले कुछ समय में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है और जाधव के मामले ने एक बार फिर इस बहस को छेड़ दिया है. करूण नायर और मुरली विजय ने कहा था कि टेस्ट टीम से बाहर किए जाने से पहले चयनकर्ताओं ने उनसे बात नहीं की. इस दावे को हालांकि मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने खारिज किया था.
जाधव ने पिछले महीने एशिया कप के दौरान टीम में वापसी की थी लेकिन फाइनल में मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या फिर उभरने के कारण उन्हें दोबारा रिहैबिलिटेशन से गुजरना पड़ा.