दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। हरियाणा के लोग बड़ी संख्या में दिल्ली में रहते हैं। यही कारण है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार दिल्ली में जनसभाएं करने में जुटे हैं। मंगलवार को उन्होंने कृष्णानगर विधानसभा में जनसभाएं की।
बड़बोले केजरीवाल अगर नीति आयोग की रिपोर्ट उठाकर देखेंगे तो पता चल जाएगा कि कई मामलों में दिल्ली, हरियाणा से पीछे है। हरियाणा सरकार का कामकाज गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पांच साल के अंदर बिना पर्ची-खर्ची के 75 हजार सरकारी नौकरियां दी हैं। इसी तरह व्यवसाय लगाने के लिए बिजली बिल में भी रियायत दी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल देश के साथ नहीं, बल्कि देश तोड़ने वाले या जलाने वालों के साथ खड़े होते हैं, सेना पर सवाल खड़े करते हैं। अनुच्छेद-370 की बात करें या आतंकवाद को खत्म करने की बात हो इनका रवैया हमेशा नकारात्मक रहा है। चुनाव में हमारा सिर्फ एक ही लक्ष्य है, वो भाजपा को न सिर्फ कृष्णा नगर विधानसभा सीट, बल्कि पूरी दिल्ली जीतकर सरकार बनानी है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए सिकंदर बख्त के जमाने की कहानी सुनाई और संगठन के अनुभवों को साझा किया।