केंद्रीय कानून, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि योजनाओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो कर रहे हैैं वही मानस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। दोनों का काम प्रशंसनीय है और अब स्वास्थ्य सेवाओं को आम आदमी के लिए वहन योग्य बनाया जा रहा है।राजधानी स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) परिसर में 500 बेड वाले अस्पताल के शिलान्यास समारोह में रविशंकर प्रसाद ने ये बातें कहीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि आइजीआइएमएस को ठीक करने के लिए वह योग्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैैं। कहा कि नीतीश कुमार रचनात्मक व्यक्ति हैं इसलिए उनके नेतृत्व में बनने वाले भवनों में सौंदर्य है। उन्होंने पुलिस मुख्यालय भवन के सौंदर्य की भी चर्चा की। आइजीआइएमएस के निदेशक को आश्वस्त किया कि इस संस्थान के लिए वह एक फोन कॉल पर उपलब्ध हैैं।
पांच साल में स्वास्थ्य सेक्टर में 27,500 करोड़ खर्च – सुशील मोदी
आइजीआइएमएस में आयोजित समारोह में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य सरकार ने विगत पांच वर्षों के दौरान हेल्थ सेक्टर में 27,500 करोड़ रुपए खर्च किए हैैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 में 7,472 करोड़ रुपए खर्च किए जो अब तक का सर्वाधिक है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 9,622 करोड़ रुपए का बजट है। कहा कि आइजीआइएमएस ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। गंभीर रुप से बीमार पडऩे पर लोग आंख मूंद कर इलाज के लिए यहां आते हैैं।
दुनिया भर में आयुष्मान भारत की हो रही तारीफ- अश्विनी चौबे
आइजीआइएमएस परिसर में आयोजित समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने अच्छे परिणाम दिए हैैं। आयुष्मान भारत योजना की आज दुनिया भर में तारीफ हो रही है। 20 लाख से अधिक लोगों ने अभी तक इसका लाभ उठाया है।
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद पूरी जिंदगी दवा का खर्च सरकार देगी- मंगल
आइजीआइएमएस के शिलान्यास समारोह में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि अगले तीन वर्षों में ढाई हजार बेड का हॉस्पिटल हो जाएगा यह संस्थान। वर्तमान में यहां 850 बेड हैं। 1200 बेड के लिए डीपीआर बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले मरीजों को बाद में पूरी जिंदगी जो दवा खानी है उसकी राशि राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी।