राशन कार्ड धारकों को लिए यह खबर बेहद जरूरी है। अब आपके राशन की दुकान पूरी तरह से बदल गई है।
नौ फरवरी 2018 से राशन की दुकानों में बायोमीट्रिक मशीन मशीनें चलने लगी हैं। जिससे राशन वितरण पर उठने वाले तमाम सवालों पर लगाम लगेगी। अगर आपकी राशन की दुकान में ऐसा नहीं हुअा है तो खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में शिकायत करें।
जिला आपूर्ति विभाग के मुताबिक जिले ही सभी 1043 राशन दुकानों पर यह व्यवस्था लागू होगी। नौ फरवरी तक सभी राशन की दुकानों में बायोमीट्रिक मशीन लगा दी जाएंगी।
राशन डीलर की लापरवाही और कालाबाजारी को रोकने के लिए यह पहल की जा रही है। सभी राशन की दुकानों पर इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल मशीनें लगेंगी, जिसमें कार्ड धारकों का आधार से लिंक हुआ पूरा ब्योरा रहेगा।
कार्ड नंबर फीड करते ही कार्ड धारक का पूरा ब्योरा सामने आ जाएगा। इसके बाद कार्ड धारक बायोमीट्रिक मशीन में अंगूठा लगाएगा तो उसे राशन मिलेगा। कार्डधारक या उसके परिवार के किसी भी सदस्य की ओर से अंगूठा लगाने के बाद यूनिट के अनुसार राशन दिया जाएगा।
वहीं राशन की दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर बनाने के लिए दुकानदारों की विभाग की ओर से ट्रेनिंग शुरू कर दी गई है। डीएसओ विपिन कुमार ने बताया कि जिले के सभी खाद्य आपूर्ति निरीक्षकों को दुकानदारों को ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि जल्द ही यह प्रक्रिया यहां शुरू की जा सके। उत्तराखंड में राशन की दुकानों को सीएससी से जोड़ा जाएगा। जिसके बाद दुकानों पर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, चरित्र, आय प्रमाण पत्र समेत बिजली, पानी, पासपोर्ट, पैनकार्ड व मोबाइल रिचार्ज की सुविधा मिलेगी।