आज माघ प्रदोष व्रत है. ये साल का पहला बुध प्रदोष व्रत है. बुधवार के दिन ये व्रत होने के कारण इस व्रत को बुध प्रदोष व्रत के रूप में भी जाना जाता है. प्रदोष व्रत हर महीने हिंदु कैलेंडर के हिसाब से त्रयोदशी तिथि को आता है. आपको बता दें, प्रदोष व्रत महीने में दो बार आता है. पहला जहां कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है तो दूसरा शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है. इस साल का पहला प्रदोष व्रत 8 जनवरी को था. आज के दिन पूरे विधि-विधान से शिवजी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
प्रदोष व्रत मुहूर्त –
माघ मास की त्रयोदशी तिथि का व्रत का आरंभ आज सुबह 01 बजकर 44 मिनट से हो गया था. इस व्रत को समापन 23 जनवरी दिन गुरुवार को 01 बजकर 48 मिनट पर होगा. यानि पूरे 24 घंटे 4 मिनट का प्रदोष व्रत का मुहूर्त है. हालांकि प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय की जाती है. पूजा का समय आज शाम 05 बजकर 51 मिनट से लेकर रात को 08 बजकर 32 मिनट तक है.
आज के दिन भगवान शिव का स्मरण करना, उनकी पूजा करना और स्तूति करना सबसे अच्छा माना जाता है. सूर्यास्त के बाद स्नान करके साफ कपड़े पहनकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्तजन पूरे विधि-विधान से सच्चे मन से भगवान शिव को आज के दिन पूजते हैं उनके सभी कष्ट दूर होते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.