अगले तीन साल की अवधि के भीतर किसानों के आय को दोगुना करने के क्रम में कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय ने ग्रामीण भारत में डिजिटल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिए भारत के गांवों में कृषि संबंधित गतिविधियों का आधुनिकीकरण कर व्यवस्थित करने की योजना बनाई गई है।
राज्यसभा में कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लिखित बयान में कहा, ‘देश के गांवों में कृषि गतिविधियों के आधुनिकीकरण व इसे व्यवस्थित करने में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, बिग डेटा अनालिटिक्स, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स आदि जैसे डिजिटल टेक्नोलॉजी की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। सरकार ने आंतरिक मंत्री कमेटी बनाई है जो किसानों के दोगुने आय से संबंधित मामलों को देखेगी। साथ ही 2022 तक इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक रणनीति सुझाई है। कमेटी ने डिजिटल टेक्नोलॉजी की भूमिका की सराहना की है। जिसके जरिए कृषि संबंधित खास और नई जानकारियों को प्रसारित किया जा सकता है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने राज्य की एग्रीकल्चरल यूनवर्सिटीज, ICAR और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित 100 मोबाइल एप्स को संकलित कर अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर लिया है। ये मोबाइल एप्स किसानों को बहुमूल्य जानकारियां उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा किसानों को पब्लिसिटी कैंपेन, किसान कॉल सेंटर, एग्री-क्लिनिक और एंटरप्रेन्योर का एग्री बिजनेस सेंटर,कृषि संबंधित एक्जीबिशन, किसान एसएमएस के जरिए सूचनाएं और जानकारियां दी जाएंगी।