देश में आज 100वीं किसान रेल शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, जो महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक जाएगी। इस कार्यक्रम का आयोजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया गया। पीएम मोदी ने कहा, मैं देश के करोड़ों किसानों को बधाई देता हूं। कोरेाना की चुनौती के बावजूद पिछले चार महीनों में किसान रेल नेटवर्क का विस्तार हुआ है और इसे अब 100 वीं रेल मिल गई है। किसान रेल से किसानों को नया विकल्प मिल गया है। ये रेल किसानों को बाजार से जोड़ रही है। किसान रेल चलता फिरता कोल्ड स्टोरेज है। काफी प्रयासों के बाद कृषि सुधारों की ओर बढ़े हैं। हमारी नीति और नियत स्पष्ट है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिली जानकारी के मुताबिक, मल्टी-कमोडिटी ट्रेन सेवा में फूलगोभी, शिमला मिर्च, गोभी, ड्रमस्टिक, मिर्च, प्याज के साथ-साथ अंगूर, संतरा, अनार, केला, कस्टर्ड सेब इत्यादि सब्जियां ले जाई जाएंगी। इस दौरान ट्रेन को रास्ते में रुकने और योग्य वस्तुओं की लोडिंग एवं अनलोडिंग की अनुमति होगी। भारत सरकार ने फलों और सब्जियों के परिवहन पर 50 फीसद की सब्सिडी दी है। बता दें कि इस साल सात अगस्त को देवलाली से दानापुर तक पहली किसान रेल शुरू की गई थी, जिसे मुजफ्फरपुर तक बढ़ा दिया गया था। इसकी आवृत्ति भी सप्ताह में एक सप्ताह से बढ़ाकर हफ्ते में तीन दिन बढ़ाई गई थी.
किसान रेल देश भर में ‘कृषि उपज का तेजी से परिवहन’ सुनिश्चित करने में एक ‘गेम-चेंजर’ साबित हुई है। इसके अलावा, पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोमवार को सुबह 11 बजे दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम-बॉटनिकल गार्डन) पर भारत की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन का भी उद्घाटन करेंगे।