टोहाना की अनाज मंडी में भारतीय किसान यूनियन ने किसान महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में मुख्य रूप से भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने शिरकत की। महापंचायत में आसपास के गांवों से भारी संख्या में किसानों की मौजूदगी रही। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान लंबे समय से दिल्ली में धरना जमाए बैठे हुए हैं।
मगर केंद्र सरकार आंदोलन को खत्म करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। सरकार किसानों पर लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं, जबकि अंबानी-अडानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी किसानों को एकजुट होकर भाजपा-जजपा के लोगों को गांव में कार्यक्रम करने से रोकना होगा और उनका जमकर विरोध करना चाहिए।
गुरनाम सिंह ने कहा कि यह आंदोलन धर्म युद्ध का रूप ले चुका है, जिसमें जो भी व्यक्ति इस समय आपके साथ खड़ा रहेगा, आने वाले समय में चुनाव में भी उसी का साथ देना चाहिए। आने वाले समय में किसान आंदोलन के लिए पश्चिम बंगाल में भी लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे ताकि लोगों को इस ‘देशद्रोही पार्टी’ भाजपा के बारे में जागरूक किया जा सके।
पत्रकारों ने उचाना में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पार्टी कार्यालय पर किसानों द्वारा ताला लगाने के बारे में पूछा तो गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि इन लोगों ने चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट लिया था जबकि अब भाजपा की गोदी में जाकर बैठ गए हैं। इस कठिन घड़ी में भी किसानों का साथ नहीं दे रहे हैं, इसलिए ऐसे लोगों के दफ्तर ही नहीं उनके घरों पर भी ताले लगाने चाहिए।
नरवाना रेस्ट हाउस में बलराज कुंडू से मुलाकात पर चढ़ूनी ने कहा कि किसानों के आंदोलन को फाड़ने के लिए भाजपा जाति-पाति का जहर घोलते हुए जाट समुदाय को आंदोलन से अलग करने की मुहिम चला रही है, जिससे बचने की रणनीति बनाई गई है।
किसानों की महापंचायत में हुड्डा सरकार में कृषि मंत्री रहे टोहाना के पूर्व विधायक परमवीर सिंह भी शामिल हुए। वह मंच के बजाय किसानों के बीच पंडाल में ही बैठे। उनसे मिलने चढूनी मंच से नीचे उतरकर आए और इस आंदोलन में समर्थन देने के लिए उनका आभार जताया। पूर्व कृषि मंत्री ने भी हाथ जोड़कर चढूनी का अभिवादन किया और इस संघर्ष में हमेशा उनका साथ देने का विश्वास दिलाया।