इस अधिकारी का यह भी कहना है कि अमेरिका ने उनके नेता के साथ हाल ही में हुई शिखर वार्ता में एक सुनहरा मौका को खो दिया।
प्योंगयांग में राजनयिकों सहित विदेशी मीडिया की शुक्रवार को बुलाई एक तत्काल बैठक को संबोधित करते हुए उप विदेश मंत्री चोई सोन हुई ने कहा कि किम और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच संपन्न हनोई शिखर वार्ता में किसी भी समझौते तक पहुंचने में दोनों पक्षों की विफलता से उत्तर कोरिया को गहरी निराशा हुई है।
उन्होंने कहा कि जब तक कि अमेरिका कुछ उपायों पर अमल नहीं करता तब तक उत्तर कोरिया का इरादा कोई समझौता करने या वार्ता को जारी रखने का नहीं है। अमेरिका को उन उपायों पर अमल करना चाहिए जो उत्तर कोरिया द्वारा किए गए कुछ परिवर्तनों के अनुकूल हैं-जैसे कि मिसाइल प्रक्षेपण और परमाणु परीक्षणों पर 15 महीने से रोक और उसके ‘‘राजनीतिक आकलन’’ में बदलाव आदि।
चोई सोन हुई ने कहा, ‘‘दोनों सर्वोच्च नेताओं के बीच व्यक्तिगत संबंध अभी भी अच्छे हैं और उनकी केमिस्ट्री आश्चर्यजनक रूप से अद्भुत है।