देश की तीसरी सबसे बड़ी मल्टीपलेक्स सिनेमाहाल की चेन वाला कार्निवल सिनेमा जम्मू-कश्मीर के हर जिले में मल्टीपलेक्स सिनेमा हाल खोलेगा। कार्निवल सिनेमा ने जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ इस संबंध में एक एमओयू साइन किया है। एमओयू प्रदेश में होने जा रहे वैश्विक निवेशक सम्मेलन के तहत मुंबई में हुए रोड शो में हुआ। कंपनी प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
21 फरवरी को मुंबई में हुए रोड शो में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उद्योगपतियों के साथ 2450 करोड़ के निवेश के 24 एमओयू पर हस्ताक्षर किया था। इसमें कार्निवल सिनेमा के साथ 100 करोड़ के निवेश का एमओयू शामिल था। कंपनी ने प्रदेश के सभी 20 जिलों में मल्टीपलेक्स सिनेमा हाल खोलने की इच्छा व्यक्त की है। वहीं कंपनी ने सिनेमाहाल खोलने के लिए सरकार से जमीन, सुरक्षा आदि की मांग की।
कार्निवल सिनेमा देश के 120 शहरों में 450 मल्टीपलेक्स सिनेमाहाल का संचालन करता है। कंपनी के सीईओ मोहन उम्रतोकार हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में वर्तमान में सिर्फ तीन जिलों में मल्टीपलेक्स सिनेमाहाल है। इसमें जम्मू में पांच, जबकि कठुआ और उधमपुर में एक-एक सिनेमाहाल है।
रोड शो के दौरान हुए एमओयू के अध्ययन के लिए प्रदेश प्रशासन की एक टीम है। यह टीम इसका अध्ययन करने के बाद संबंधित उद्योगपतियों से बातचीत करेगी। इसमें उनकी योजना के बारे में जाना जाएगा। इसमें टीम उद्योगपतियों को जमीन से संबंधित जानकारी देगी।
हिंदी सिनेमा में जाने माने फिल्म निदेशक, निर्माता मधुर भंडारकर जम्मू-कश्मीर में प्रोडक्शन हाउस और फिल्म इंस्टीट्यूट खोलेंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार के सामने इसको लेकर प्रपोजल रखा है। प्रदेश प्रशासन उनके द्वारा दिए प्रपोजल का अध्ययन कर रही है।
इसके साथ ही टेलीविजन इंडस्ट्री में एक डिजाइन स्टूडियो ने प्रदेश में एनिमेशन और वीएफएक्स स्कूल खोलने का एमओएयू साइन किया है। पिछले दिनों प्रसिद्ध फिल्म निर्माता साजिद नाडियावाला ने एलजी से प्रदेश में फिल्म शूटिंग से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की थी।
60 के दशक में कश्मीर बॉलीवुड फिल्मों के लिए प्राइम लोकेशन मानी जाती थी। 1961 में आई फिल्म जंगली का पहला हाफ श्रीनगर के बर्फीले पहाड़ों में शूट किया गया था।
शम्मी कपूर इस फिल्म में ‘चाहे कोई मुझे जंगली कहे’ गाने के साथ काफी लोकप्रिय हुए थे। जहां पहले कश्मीर की सुंदरता बॉलीवुड फिल्मों की पहचान थी वह 90 के दशक में कश्मीर में बढ़ते तनाव के चलते फिल्मों के सब्जेक्ट्स भी बदले।
बॉलीवुड ने इस खूबसूरत घाटी में फैले डार्क पहलुओं को उजागर किया। इसमें मिशन कश्मीर से लेकर तहान, फना, रोजा, सिकंदर, हैदर जैसी फिल्में शामिल हैं।