परेड नई सड़क पर तीन जून को हुए उपद्रव के लिए फंडिंग करने के मामले में आरोपित बिल्डर हाजी वसी के भवनों पर अब शिकंजा कसने लगा है। उसकी सात अवैध निर्माणों को गिराने के लिए केडीए ने नोटिस जारी किया है। वहीं उसके बेटे की चार मंजिला इमारत की नापजोख केडीए की टीम टीएस (टोटल स्टेशन) सर्वे के माध्यम से करेगी। इसके बाद इमारत को ढहाने की कार्रवाई होगी।
कानपुर विकास प्राधिकरण द्वारा बिल्डर हाजी वसी के सात अवैध निर्माणों को गिराने का नोटिस देने के साथ ही उसकी अन्य बनी इमारतों का भी सर्वे कराया जा रहा है। इसके अलावा वसी से जु़ड़े अन्य बिल्डरों की भी इमारतों की छानबीन की जा रही है। अलमारियों में दबी फाइलों को निकाला जा रहा है। बिल्डर हाजी वसी की 28 मई को सील की गईं सात इमारतों के गिराने की तैयारी है। इसमें चमनगंज, बेकनगंज, प्रेमनगर और जाजमऊ में बनी इमारतें शामिल हैं। सील तोड़ने के मामले में सात जून को केडीए ने मुकदमा भी दर्ज कराया था। केडीए ने इन अवैध निर्माण को गिराने का नोटिस दिया है।
एक पखवारे में जवाब न देने पर गिराने की कार्रवाई जाएगी। पहले चरण में चमनगंज, जाजमऊ और प्रेमनगर में बनी इमारतों को गिराने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि केडीए जुलाई के अंत में निर्माण गिराने की कार्रवाई शुरू कर देगा। केडीए के विशेष कार्याधिकारी अवनीश सिंह ने बताया कि दावत-ए-इस्लामी कार्यालय का नक्शा मांगा गया है। वहीं बिल्डर वसी की बनी सात निर्माण को ध्वस्त करने का नोटिस दिया गया है। एक पखवारे में जवाब देना है।
वसी के बेटे की चार मंजिला इमारत की होगी नापजोख : बिल्डर हाजी वसी के बेटे की चार मंजिला इमारत की नापजोख टीएस (टोटल स्टेशन) सर्वे के माध्यम से होगी। जाजमऊ में चार मंजिला इमारत को लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की गई थी। शिकायत करने वाले का आरोप है कि यहां बिल्डर हाजी वसी के बेटे अब्दुल रहमान खान ने आराजी संख्या 1055 के रकबा 407.65 वर्गमीटर जमीन की रजिस्ट्री कराई और आराजी संख्या 1068 पर चार मंजिला इमारत खड़ी कर दी। शिकायत की जांच करने केडीए के तहसीलदार अजीत सिंह सदर तहसील के कर्मचारियों के साथ जाजमऊ पहुंचे।
प्राथमिक जांच में निकला कि निर्माण आराजी संख्या 1055 पर नहीं है। केडीए ने अपने दस्तावेज देखे तो पता चला कि आराजी संख्या 1068 निजी भूमि है। वहीं इसी से लगी हुई आराजी संख्या 1077 है जो केडीए की भूमि है। चूंकि यहां आबादी बस चुकी है और जमीन पैमाइश के लिए बिंदु स्पष्ट नहीं हैं लिहाजा इसकी नापजोख नहीं हो सकी। इसके लिए अब केडीए बुधवार को टीएस सर्वे कराएगा, जिसकी मदद से जमीन की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा।
यह होता है टीएस सर्वे : अधिकारियों के मुताबिक टीएस सर्वे इलेक्ट्रानिक मशीन के जरिये किया जाता है। इस मशीन में जहां की नाप करनी होती है, उस स्थान के दोनों छोर पर स्थित बिंदुओं को फीड कर दिया जाता है, जिसके बाद वास्तविक स्थिति का पता चला जाता है।