प्रदेश की कैबिनेट की मंत्री बनने के बाद पहली बार शहर आईं कमलरानी ने अपनी एक बात से सभी को एक पल के लिए सोच में डाल दिया। बिधनू सीएचसी में राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने फीता काटने से मना कर दिया। उनका निर्णय सुनकर मौजूद डॉक्टर, समर्थक और लोग एक बारगी सोच में पड़ गए। बाद में उन्होंने अपने अंदाज में जब कार्यक्रम का शुभारंभ किया तब कहीं सभी ने उनकी बात को समझा।
कमलरानी वरुण कैबिनेट मंत्री बनने के बाद गुरुवार को पहली बार शहर आईं तो जगह जगह समर्थकों ने उनका स्वागत किया। यहां से वह बिधनू सीएचसी में राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंची। डॉक्टरों ने कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए फीता काटने को कहा। इसपर मंत्री ने फीता काटने से मना करते हुए कैंची लेने से मना कर दिया। उनकी यह बात सुनते ही माहौल में सन्नाटा छा गया। इससे पहले कोई कुछ कह पाता उन्होंने अपने फैसले को साफ किया।
काटने नहीं जोडऩे का काम करती हूं
कैबिनेट मंत्री ने कहा-मैं काटने नहीं जोडऩे का काम करती हूं। यह कहते हुए वह फीते के एक छोर पहुंची और उसकी गांठ खोलकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उनके इस निराले अंदाज में शुभारंभ करने और कथन को लेकर सभी सराहना करने लगे। कार्यक्रम में मंत्री ने जूनियर हाई स्कूल के 35 बच्चों को अल्बेंडाजॉल की गोली खिलाकर स्वस्थ जीवन की कामना की।
यहां पर विधयाक अभिजीत सिंह सांगा, रामकुमार द्विवेदी, एसीएमओ डॉ एसके सिंह, डॉ अरविंद यादव, डॉ एसपी यादव, डॉ मिनी अवस्थी, डॉ नीलेश कुमार, डॉ गौरव त्रिपाठी, अमित मिश्रा, कल्याण तिवारी, मनीष तिवारी, मनोज त्रिवेदी आदि मौजूद थे।