शहर में दो दिवसीय प्रवास पर आए श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने साफ कर दिया है कि विपक्ष के विरोध की परवाह नहीं है, अयोध्या में श्रीराम लाला का मंदिर विश्व हिंदू परिषद के मॉडल के आधार पर बनाया जाएगा। यदि कोई बहुत जरूरत बनती है तो डिजायन में परिवर्तन करने पर विचार किया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि न्यास व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास कानपुर के सरसैया घाट पर दो दिवसीय प्रवास पर हैं। उन्होंने कहा, विपक्ष का काम तो विरोध करना हमेशा से रहा है। हमारी प्राथमिकता श्रीराम लला मंदिर के भवन निर्माण कराना है, मंदिर का निर्माण भी विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रस्तावित मॉडल के आधार पर ही होगा। ट्रस्ट भी प्रमुख रूप से विहिप के डिजायन को प्राथमिकता दे रहा है, यदि जरूरत पड़ेगी तो डिजायन परिवर्तन पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम लला मंदिर निर्माण की तिथि आने वाले छह माह में फाइनल कर दी जाएगी। इसके बाद भव्य मंदिर की निर्माण प्रक्रिया शुरू होगी। संतो के बीच चल रहे मनमुटाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि रामलला जी सबके आराध्य हैं और उनको लेकर किसी के बीच में कोई मनमुटाव या मतभेद नहीं हो सकता है।
महाराज श्री ने कहा कि हिंदू धर्म की एकता व अखंडता के प्रतीक श्री राम लला मंदिर निर्माण में सभी को अपनी भागीदारी देनी होगी। केंद्र सरकार द्वारा गंगा पवित्रता पर किए सवाल पर कहा कि पहले हमारा ध्यान अयोध्या और सरयू की ओर है। गंगा मइया के लिए केंद्र सरकार बेहद चिंतित है।