राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है. ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है, ‘मैं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पर रहूं या ना रहूं ये कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तय करना है.
‘ पायलट के इस बयान को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उस बात के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है, जिसे सीएम ने राज्यसभा चुनाव से पहले कहा था कि नई पीढ़ी की रगड़ाई नहीं हुई है जिसकी वजह से पार्टी के प्रति उनकी आस्था कम है.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि आज संजय गांधी की पुण्यतिथि है. संजय गांधी ने बहुत कम समय में कांग्रेस पार्टी की मजबूती कर एक मिसाल कायम की थी.
सचिन पायलट ने कहा कि लड़ाई वाले नेताओं की खोज कर रहा हूं. राजस्थान में जिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए लड़ाई की है उन्हीं को राजनीतिक नियुक्तियां दी जाएंगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर हमें रहना है या नहीं इसे सोनिया गांधी तय करेंगी.
सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मान सम्मान का मैंने बीड़ा उठाया है, जिन कार्यकर्ताओं ने 5 साल मेहनत की और पार्टी के लिए खून पसीना बहाया है, उनका मान सम्मान रखना और उनके हितों की रक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि हर हाल में कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को उचित सम्मान दिलवाने का काम करूंगा.
राज्यसभा चुनाव को लेकर पायलट ने कहा कि हमारे दोनों उम्मीदवारों को पूरे वोट मिले हैं. संख्या बल जितना था उसी के आधार पर वोट मिले. हमारी पार्टी के विधायक साथ रहे और हमने जो दावा किया था वो सही निकला. राज्यसभा चुनाव से पहले जो भी कहा गया, संशय किया गया उसका कोई सियासी आधार नहीं था.
राजनीतिक नियुक्ति को लेकर उन्होंने कहा कि कॉर्डिनेशन कमेटी के माध्यम से नियुक्तियां की जाएंगी. कॉर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी और उसकी बैठक में ही नियुक्तियों पर फैसला होगा.
उपमुख्यमंत्री ने भारत चीन गतिरोध पर कहा कि हम वीर सैनिकों की शहादत को नमन करते हैं. हम और 130 करोड़ देशवासी हमारी सेना के साथ एकजुट खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे.