बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के नजदीक आते ही महागठबंधन (Grand Alliance) में मुख्यमंत्री चेहरा (CM Face) को लेकर सियासत गरमाती जा रही है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अनुसार तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा हैं, लेकिन एक को छोड़ कोई अन्य घटक दल इसे स्वीकर नहीं कर रहेे हैंं। मुख्यमंत्री चेहरा के इस घमासान में अब कांग्रेस (Congress) भी कूद गई है। उसने पूर्व लोकसभा अध्य्क्ष मीरा कुमार (Meira Kumar) का नाम उछालकर नया दबाव बना दिया है। साथ ही अधिक सीटों की मांग रख दी है।
बिहार में विपक्षी गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा कौन हो, इसके विवाद में अब कांग्रेस भी कूद पड़ी है। कांग्रेस के तीन-तीन बड़े नेताओं ने तेजस्वी यादव की दावेदारी पर सवाल उठा दिया है।
उनमें एक प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि कांग्रेस में चेहरों की कीम नहीं। उन्होंने पूर्व लोकसभा अध्याक्ष मीरा कुमार को बिहार का बड़ा चेहरा बताया। प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस बिहार सहित देश के कई राज्यों में सत्ताा में रही है और वह हर जिम्मेदारी उठाने को तैयार है।
कांग्रेस के शकील अहमद खान ने कहा कि जहां तक मुख्यमंत्री के चेहरे की बात है, इसका फैसला आलाकमान को करना है, लेकिन कांग्रेस में चुनाव लड़ने का दमखम है। अनिल शर्मा ने भी कहा कि कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है, जो अपने दम पर चुनाव लड़ सकती है।
कांग्रेस मुख्यमंत्री चेहरा के साथ सीट शेयरिंग को लेकर भी दबाव बनाने में जुट गई है। प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि इस बार उनकी पार्टी गत विधानसभा चुनाव से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
गत चुनाव में महागठबंधन में कांग्रेस को 43 सीटें मिली थीं। कांग्रेस बीते लोकसभा चुनाव में आरजेडी के समाने फजीहत झेल चुकी है। तब 11 सीटों पर डील हो जाने के बाद भी उसे नौ से ही संतोष करना पड़ा था। इस कारण वह इस बार पहले से ही दबाव बना रही है।