प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे की तिथि भले ही तय नहीं हो पाई, लेकिन कांग्रेस में इसे लेकर बेचैनी पसर गई है। दौरे की तारीख तय नहीं होने से प्रमुख विपक्षी पार्टी फिलहाल इस मामले में टिप्पणी से बच रही है।
अलबत्ता, पार्टी का तंत्र पीएम के दौरे को लेकर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में मोदी लहर का कहर झेल चुकी कांग्रेस निकाय चुनाव के मौके पर प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर सशंकित हो उठी है।
चूंकि, अभी दौरे की तिथि को लेकर असमंजस बरकरार है। इस स्थिति में पार्टी के वरिष्ठ नेता सीधा हमला करने से बच रहे हैं। यह दीगर बात है कि कांग्रेस को अंदरखाने निकाय चुनाव में भी मोदी लहर का अंदेशा बना हुआ है। इसे देखते हुए कांग्रेस का प्रचार तंत्र निकाय की चुनावी सभाओं में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेने से चूक नहीं रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ ही स्टार प्रचारक नेताओं के साथ ही पार्टी प्रत्याशियों ने मोदी पर हमला तेज कर दिया है। चूंकि चुनाव शहरी क्षेत्रों में हो रहे हैं, और शहरी मतदाताओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव को अधिक मानने की वजह से कांग्रेस राज्य सरकार की विफलताओं से ज्यादा केंद्र सरकार की विफलताओं का हवाला देकर आरोपों की झड़ी लगा रही है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकेतों की भाषा में महारत के चलते कांग्रेस की परेशानी बढ़ी हुई है। पार्टी निकाय चुनाव के मौके पर आचार संहिता के मुद्दे को उठाकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार की तैयारी में है।