गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता हमेशा दलित व महिला विरोधी रही है। मेवाणी ने इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए संघवी को चुनौती देते हुए कहा कि गुजरात के सुरेंद्रनगर में दलितों पर एके-47 से गोली चलाने वाले व मनुस्म्रति के पुजारी संविधान विरोधी भाजपाईयों को कब से दलितों व महिलाओं की चिंता होने लगी।
गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन अग्रिनकांड की घटना के बाद से कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधायक जिग्नेश मेवाणी तथा गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी के बीच टकराव बढता जा रहा है। कच्छ-भुज में मेवाणी की पत्रकार वार्ता में पहुंची आईबी की महिला पुलिसकर्मी की कुर्सी खींचकर, एक कांग्रेस नेता ने उसे गिरा दिया इसको लेकर दोनों नेताओं में तू तू मैं मैं बढ गई है।
गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने एक्स पर अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट से कच्छ भुज के कांग्रेस नेता एस एच आहीर का कुर्सी खींचकर महिला पुलिसकर्मी को गिरा देने वाला वीडियो शेयर करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की मानसिकता हमेशा दलित व महिला विरोधी रही है। मेवाणी ने इस पर पलटवार करते हुए संघवी को चुनौती देते हुए कहा कि गुजरात के सुरेंद्रनगर में दलितों पर एके-47 से गोली चलाने वाले व मनुस्म्रति के पुजारी, संविधान विरोधी भाजपाईयों को कब से दलितों व महिलाओं की चिंता होने लगी।
मेवाणी ने उठाया शैक्षिक योग्यता पर सवाल
मेवाणी यहीं पर नहीं रुके संघवी की शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजकोट में एक दलित बेटी ने दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई है हिम्मत है तो उसके आरोपियों पर कार्यवाही करके दिखाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि कच्छ – भुज में उनकी प्रेसवार्ता में इंटेलीजेंस ब्यूरो की महिला पुलिसकर्मी को भेजकर उनकी जासूसी कराई जा रही थी।
‘आतंकवादी की तरह जासूसी करना अनुचित’
कांग्रेस नेता आहीर के खिलाफ पुलिस शिकायत पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मेवाणी की एक आतंकवादी की तरह जासूसी करना अनुचित है। आहीर एक युवा व जागरुक नागरिक हैं उन पर एससी एसटी एट्रोसिटी का केस लगाना राजनीतिक द्वैष का एक उदाहरण है। सरकार के इशारे पर एक गलत शिकायत दर्ज करने पर राज्य पुलिस की भी जिम्मेदारी बनती है।
गोहिल ने उच्च न्यायालय से भी ऐसे मामलों पर निगरानी रखने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में आए दिन दुष्कर्म, मादक पदार्थ की तस्करी व आपराधिक घटनाएं हो रही है आईबी को एक नेता की जासूसी के बिना अपराधियों पर नजर रखनी चाहिए।
‘अग्निकांड के बाद से मेवाणी राज्य में काफी सक्रिय’
गौरतलब है कि राजकोट अग्निकांड के बाद से मेवाणी राज्य में काफी सक्रिय हैं। गोंडल की भाजपा विधायक गीताबा जाडेजा के पुत्र गणेश गोंडल ने जूनागढ के एक दलित युवक का अपहरण कर उसके साथ मारपीट की थी। गणेश व उसके साथी इस मामले में जेल में बंद हैं, उधर इसकी शिकायत करने वाले चंदू सोलंकी, राजू सोलंकी, जयेश सोलंकी, देव सोलंकी, योगेश बगडा आदि पर रविवार को पुलिस ने गुजरात संगठित अपराध कानून गुजसीटॉक के तहत कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इन पर राजकार्य में बाधा डालने, चोरी, लूट, पिफरौती वसूलने, अपहरण, मारपीट, धमकी व मारपीट का आरोप लगाया गया है। मेवाणी के विधानसभा क्षैत्र वडगाम में एक दलित महिला ने मेवाणी के करीबियों पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई है। दोनों मामलों के आरोपी कांग्रेस नेता मेवाणी के करीबी बताए जा रहे हैं।