क्या आप इस बारें में जानते है कि एक व्यक्ति को “बाइसेक्सुअल” तब कहा जाता है जब वह पुरुष और महिलाओं, दोनों ही की तरफ मानसिक या शारीरिक रूप से आकर्षित होता है. या वह महिला और पुरुष दोनों के साथ संबंध बनाने की इच्छा रखता है. वहीं बाइसेक्सुअल होना व्यक्ति के मन की इच्छाओं और व्यवहार की एक सामान्य स्थिति है. यह कोई रोग या संक्रामक बीमारी नहीं है. यह बात अभी तक अज्ञात है कि कोई बाइसेक्सुअल क्यों होता है.
व्यक्ति बाइसेक्सुअल क्यों होता है: किसी व्यक्ति के समलैंगिक और बाइसेक्सुअल होने के कारणों के बारे में कुछ भी सही तरह से मालूम नहीं चल सका है, लेकिन कुछ रिसर्च से पता चलता है कि जन्म से पहले के कुछ जैविक कारकों द्वारा “सेक्सुअल ओरिएंटेशन” की संभावना आंशिक रूप निर्धारित होती है.
सेक्सुअल ओरिएंटेशन कोई विकल्प नहीं है और ना ही इसको बदला जा सकता है. किसी भी थेरेपी, उपचार या अन्य उपाय से व्यक्ति की सेक्सुअल ओरिएंटेशन को नहीं बदला जा सकता है. इसके अलावा आप किसी भी व्यक्ति को बाइसेक्सुअल में परिवर्तित नहीं कर सकते हैं.