पंजाब में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर, पहली लहर से ज्यादा घातक साबित हो रही है। दूसरी लहर में संक्रमण से मरने वालों की संख्या में महाराष्ट्र के बाद पंजाब अब दूसरे स्थान पर आ गया है।
मार्च में संक्रमण से मृत्युदर 4.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जबकि पहली लहर में मृत्युदर का आंकड़ा 3.21 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया था। अब तक पंजाब में संक्रमण से 6280 लोगों की मौत हो चुकी है। 15 फरवरी से पंजाब में संक्रमण के बिगड़े हालात अभी तक काबू नहीं हो पाए हैं।
सूबे में हर रोज संक्रमित और संक्रमण से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। 1 मार्च में संक्रमण के 500 केस आए थे, जिसके बाद अब यह संख्या 2500 को भी पार कर गई है। यदि हम बीते एक सप्ताह की बात करें तो अब तक कोरोना से 12825 लोग संक्रमित हो चुके हैं। मार्च में सात दिन में संक्रमण से हुई मौतों का आंकड़ा भी 252 पहुंच चुका है।
संक्रमण से सूबे में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को 12 जिलों में संक्रमण से 44 लोगों की मौत हो गई। तीन महीने में संक्रमण से मरने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या है। होशियारपुर में सबसे अधिक 10 लोगों की जान चली गई। प्रदेश के 22 जिलों में संक्रमण के 2669 नए केस सामने आए हैं।
संक्रमण के साथ ही सूबे में सक्रिय मामलों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। 15 मार्च को राज्य में 11942 सक्रिय केस थे, जो सात दिन में बढ़कर 18257 पहुंच गए हैं। सात दिन में 6315 सक्रिय मामलों की वृद्धि दर्ज हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हालात पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो इसी सप्ताह यह संख्या 20 हजार के पार पहुंच जाएगी।