कल यानी 5 फरवरी मंगलवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि का आरम्भ हो रहा है. ऐसे में इस गुप्त नवरात्रि में कई शुभ योग-संयोग बन रहे हैं, जो साधक और देवी की आराधना करने वालों को कई गुना अधिक शुभ फल देने वाले हैं. कहते हैं गुप्त नवरात्रि के 10 दिनों में पांच बार रवियोग तथा दो बार सर्वार्थसिद्धि योग का विशिष्ट योग बन रहा है और सबसे खास बात यह भी है कि गुप्त नवरात्रि की शुरुआत पंचक के साथ हो रही है यानी इस दिन की गई देवी की आराधना-साधना पांच गुना अधिक फल देने वाली है. जी हाँ, आप सभी को बता दें कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर मंगलवार के दिन धनिष्ठा नक्षत्र आ रहा है और धनिष्ठा से रेवती तक के पांच नक्षत्र पंचक के नक्षत्र कहलाते हैं.
कहा जाता है गुप्त नवरात्रि का आरंभ पंचक से होने जा रहा है और पंचक शुभ कार्यों में विशेष शुभ फल देने वाला माना जाता है. इसी के साथ गुप्त नवरात्रि तंत्र, मंत्र साधना के लिए विशेष मानी गई है इसलिए साधक को पांच गुना अधिक शुभ फल मिलने वाला है. इसी के साथ ही एक शुभ संयोग और भी बन रहा है जो यह है कि प्रतिपदा पर मंगलवार है और इसी रात्रि में 11.48 बजे मंगल का अपनी स्वयं की राशि मेष में प्रवेश हो रहा है. इसी के साथ कहा जा रहा है कि यह संयोग सभी प्रकार से शुभ और मंगलदायक होने वाला है. इसी के साथ जिन लोगों को जन्मकुंडली में मंगल पीड़ा दे रहा है वे देवी की विशेष पूजा-अर्चना करेंगे तो मंगल का दुष्प्रभाव शांत होगा और शुभ प्रभाव में वृद्धि होगी और सभी राशि के जातकों के लिए यह मंगल उन्नतिकारक रहेगा.
आइए बता दें कि रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग कब-कब है-
– 8 फरवरी रवियोग
– 9 फरवरी रवियोग
– 10 फरवरी रवियोग, सर्वार्थसिद्धि योग
– 11 फरवरी रवियोग
– 13 फरवरी रवियोग