हिंदू समाज पार्टी नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ में हत्या करने वाले दोनों आरोपितों की तलाश पुलिस ने काफी तेज कर दी है। उत्तर प्रदेश के साथ कई अन्य राज्य तथा पड़ोसी देश नेपाल में भी इनकी तलाश जारी है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि जल्दी ही कमलेश तिवारी की हत्या को अंजाम देने वाले भी हमारी गिरफ्त में होंगे। डीजीपी ओपी सिंह ने कमलेश तिवारी हत्याकांड में फरार दोनों हत्यारों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया।
पुलिस को सूचना मिली थी कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में फरार मुख्य आरोपित शेख अश्फाकुल हुसैन और मोइनुद्दीन पठान शाहजंहापुर में देखे गए। इस सूचना पर शाहजहांपुर पुलिस के साथ एसटीएफ व एसआइटी ने वहां कई जगह पर छापा मारा है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड के संदिग्ध हत्यारे शाहजहांपुर में देखे जाने की सूचना पर एसटीएफ ने होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानो में ताबड़तोड़ छापेमारी की। इसके साथ ही गेस्ट हाउस को भी खंगाला गया। पुलिस को यहां पर सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध दिखाई दिए हैं। फिलहाल एसटीएफ की टीम शाहजहांपुर में डेरा जमाए हुए है।
लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपियों से लखनऊ में पूछताछ की जाएगी। अहमदाबाद की कोर्ट ने तीनों आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड को मंजूरी दे दी थी। इनको अहमदाबाद से फ्लाइट से लखनऊ लाया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की अर्जी पर कोर्ट ने तीनों की 24 घंटे की ट्रांजिट रिमांड मंजूर कर ली है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस कमलेश तिवारी हत्याकांड पर काफी बारीकी से काम कर रही है। पुलिस सभी पहलुओं को देखकर आगे बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश के साथ ही हम महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा तथा पंजाब में भी इनकी तलाश में लगे हैं। हम सभी पहलुओं को देख रहे हैं किसी भी संभावना को नकार नहीं रहे हैं।
हमारा सभी राज्य के पुलिस प्रमुखों से संपर्क है। कल हमने डीजीपी कर्नाटक के साथ महाराष्ट्र व डीजीपी गुजरात से बात की थी। हम सभी सूचनाओं का विश्लेषण कर रहे हैं किसी पहलू से इनकार नहीं कर रहे हैं। कमलेश तिवारी हत्याकांड में कनेक्शन यूपी से बाहर का भी है। इस दौरान बिजनौर के मौलानाओं से लगातार पूछताछ चल रही है।