नवरात्री के पावन दिन मे लोग मां को प्रसन्न रखने के लिये व्रत करते है। नवरात्र के दौरान आठवें दिन सुबह कन्या पूजन का भी विधान है। कुछ लोग नवमी के दिन भी कन्या पूजन करते हैं लेकिन अष्ठमी के दिन कन्या पूजन करना श्रेष्ठ रहता है। नवरात्र में जितना दुर्गापूजन का महत्त्व है उतना ही कन्यापूजन का भी है। 

कन्या पूजन के बाद भुलकर भी ना करे ये काम:
कन्याओं के घर से चले जाने के बाद घर मे सफाई ना करे..यहां तक की झाड़ू भी ना लगाये ये कार्य़ कन्या पूजन से पहले करे।
कन्या पूजन के बाद गन्दे कपड़े ना धोये.. ये काम भी एक दिन पहले कर ले।
कन्या पूजन के बाद नहाना , सर धोना, नाखुन काटना आदि नही करने चाहिये।