गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड के दौरान ओडिशा के समृद्ध हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र को प्रदर्शित करने वाली रंग-बिरंगी झांकी को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्रदर्शित झांकियों में प्रथम पुरस्कार मिला है।
धोरडो पर्यटन गांव को प्रदर्शित करने वाली गुजरात की झांकी ने लोगों की पसंद श्रेणी में पहला स्थान पाया है। दोनों श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ झांकी के पुरस्कारों की घोषणा मंगलवार को की गई। दिल्ली छावनी में आयोजित एक समारोह के दौरान उन्हें पुरस्कार प्रदान किया गया।
मंत्रालयों और विभागों द्वारा प्रदर्शित की गई झांकियों में ‘भारत’
अधिकारियों के अनुसार, परंपरागत परेड के दौरान विभिन्न लोकतंत्र की जननी’ विषयक संस्कृति मंत्रालय की झांकी को प्रथम पुरस्कार मिला है। अधिकारियों ने बताया कि जीवंत गांवों को दर्शाने वाली गृह मंत्रालय की झांकी को दूसरा पुरस्कार मिला है। गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 16 और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों से नौ झांकियां कर्तव्य पथ पर निकलीं।
जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने झांकियां प्रस्तुत कीं, उनमें अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना शामिल थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ओडिशा की झांकी निर्णायकों की पसंद श्रेणी में पहले स्थान पर रही, जबकि गुजरात की झांकी ने लोगों की पसंद श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया। उन्होंने बताया कि जज वर्ग में गुजरात दूसरे स्थान पर रहा जबकि तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा। लोगों की पसंद श्रेणी में उत्तर प्रदेश को दूसरा और आंध्र प्रदेश को तीसरा स्थान मिला। लोगों की पसंद श्रेणी में विजेताओं का चयन करने के लिए, माईजीओवी मंच के माध्यम से सार्वजनिक मतदान किया गया था।
गुजरात की झांकी धोरडो
गुजरात के सीमांत पर्यटन की वैश्विक पहचान विषय पर आधारित थी। रामलला की एक कलात्मक प्रतिमा इस साल गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी में शामिल की गई थी। झांकी में पहले हाई-स्पीड रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को भी दर्शाया गया।